कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा

देश के प्रख्यात कवि जिनमें दिल्ली से डॉ. अनीता सिंह

बरेली । अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा वही दिग्गज हुए समाजसेवा शिरोमणि सम्मान से सम्मानित जीतेश राज नक्श , डॉ. रजनीश सक्सेना हिन्दी साहित्य भारती एवं माँ गंगा बचाओ वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन-2023 का आयोजन प्रख्यात अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. रजनीश सक्सेना एवं प्रख्यात गजल गायक जीतेश राज नक्श के संयोजन में पंचायत भवन मैदान,करीमगंज,में किया गया। कवि सम्मेलन की शुरुआत डॉ. अनिता सिंह ने माँ शारदे की वंदना से की।
इस आयोजन में देश के प्रख्यात कवि जिनमें दिल्ली से डॉ. अनीता सिंह ने कहा लिए है जन्म हम इस देश में ईमान रखते हैं, सभी के वास्ते दिल में सम्मान रखते हैं, वतन कीआबरू रखने की खातिर हिन्द की सेना, हर एक रिश्ते से ऊपर मुल्क हिंदुस्तान रखते हैं।
बनारस से आर्यन उपाध्याय ने कहा जहां होती सियासत है वहीं ईमान बिकते हैं
वहीं पर राम बिकते हैं वहीं रहमान बिकते हैं
मेरे मालिक मेरे दाता ये कैसी है अजब दुनिया

कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा
कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा

दुकानों पर सही कहकर ग़लत सामान बिकते हैं..,उझानी से वरिष्ठ कवि ढिल्लन वर्मा ने कहा कि मुफ़लिस बिना ईलाज के जहाँ से गुजर गये,लेकिन अमीर लोग भला कैसे मर गये, मजबूरियों ने भूखी भिखारिन को ठग लिया, रोटी मिली तो पेट में पापी ठहर गये। पीलीभीत से जीतेश राज नक्श ने कहा कि न जाने कौन से कौने में जाकर मुँह छिपाता है,हमारे जुगनुओं से रोज सूरज हार जाता हैं।। डा. अमित कुमार ने कहा फल है हमारी जीत का पर स्वाद नही है,

कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा
कवि सम्मेलन में प्रख्यात कवियों ने समां बांधा

घर है हमारे पास, पर आबाद नहीं है। कार्यक्रम के सूत्रधार करीमगंज से कुलदीप कल्प ने कहा मैं अपने बारे में कैसे बताऊं कल्प क्या हूं मैं,
दिखेगा अक्स जिसमें आपका वो आईना हूं मैं।
तुम्हें ही देखना है ये भरम कायम रहे मेरा,
भरोसे पर तुम्हारे जंग लड़ने चल पड़ा हूं मैं। कार्यक्रम संयोजक डॉ. रजनीश सक्सेना ने कहा कि गंगा गौ बेटी व पर्यावरण का संरक्षण, कणकण हो के कृतकाम धन्य हो गया
रक्तदान महादान का विधान है जहाँ पे, सच कहता हूँ धरा धाम धन्य हो गया
उत्तरोत्तर प्रगति वाली पाकर के गति, देश रक्षा हेतु दिव्य काम धन्य हो गया
ऐसे सत्य व्रतधारियों की सत्यचेतना को करके हृदय से प्रणाम धन्य हो गया। अभिषेक शर्मा ने कहा कि गम के तमाम बोझ को ढोने के बाद भी ,आँखें खुली नहीं तुझे खोने के बाद भी। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पीलीभीत, बरखेड़ा के प्रख्यात विधायक प्रवक्तानंद ,कार्यक्रम संयोजक जीतेश राज नक्श, डॉ रजनीश सक्सेना,पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. डी सी शर्मा,डॉ. राम कुमार आर्य ने माँ सरस्वती जी की प्रतिमा पर भव्य माल्यापर्ण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि ढिल्लन वर्मा ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पीलीभीत बरखेड़ा के प्रख्यात विधायक प्रवक्ता नंद ने आयोजक मंडल के सामाजिक सरोकारों की सराहना करते हुए प्रख्यात कवियों के उदगारो की प्रशंसा करते हुए उन्हें आशीर्वाद स्वरूप हार्दिक शुभकामनाएं दीं। आयोजक मंडल की ओर से मुख्य अतिथि विधायक प्रवक्ता नंद का भव्य माल्यापर्ण कर, शाल एवं रामनामी दोशाला उड़ा कर,स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से गणमान्य कवियों के साथ विशिष्ट अतिथि प्रख्यात पूर्व आर एस एस प्रचारक डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा, डॉ. राम कुमार आर्य,अखिलेश शर्मा,गौतम सिंह, उमेश त्रिगुणायत,रवि शर्मा,सौरभ सक्सेना,हर्षल सिंह, अभिताभ अग्निहोत्री,अजय वंश सरल,अभिषेक शर्मा, अमित श्रीवास्तव, जगदीश सक्सेना, हरीश ढुलवानी अनिल गंगवार, अमित कल्प आदि को समाजसेवा शिरोमणि 2023 से नवाजते हुए भव्य माल्यापर्ण कर ,दोशाला उड़ा कर,प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मंचासीन अथितियों की ओर से युवा कवि अमित कल्प की पत्रिका का विमोचन भी किया गया।।इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक प्रवक्ता नंद एवं समस्त बाहर से आये कवियों ने कार्यक्रम संयोजक डॉ. रजनीश सक्सेना एवं जीतेश राज नक्श को उनके अविस्मरणीय कार्यों के लिए पांचाल श्री गौरव 2023 की उपाधि से नवाजते हुए सम्मानित किया। अन्त में आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम संयोजक जीतेश राज नक्श एवं डॉ. रजनीश सक्सेना ने कहा कि संस्था परिवार आगे भी सामाजिक सरोकारों को समर्पित कवि सम्मेलनों का आयोजन वृहद स्तर पर देश व प्रदेश में करती रहेगी। इस अवसर पर पूर्व की भांति मंच के माध्यम से सभी को श्री गँगा गौ बेटी पर्यावरण बचाओ के साथ रक्तदान महादान का संकल्प दिलाया गया। आयोजन में करीमगंज वासियो का महत्वपूर्ण योगदान रहा।