बरेली । एस आर एम राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय बरेली में ट्रांजिशनल क्युरीकुलम कार्यक्रम के आयोजन में शुक्रवार को कार्यक्रम के सातवें दिन व्याखानों की श्रंखला में डॉ. नेहा मिश्रा ने बताया कि जीवनशौली में बदलाव के कारण लाइफस्टाइल संबंधी रोगों की संख्या बढ़ती जा रही है । इन रोगों की रोकथाम के लिए आयुर्वेद की भूमिका पर प्रकाश डाला साथ ही साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी। डॉ.रिंकी जाटव ने सम्पूर्ण भारत के आयुर्वेदिक संस्थानों की चर्चा की एवं वहां उपलब्ध जनकल्याण सुविधाओं की जानकारी दी। डॉ. सी बी सिंह ने बताया की वर्तमान काल में प्रत्येक व्यक्ति तनावग्रसित होता जा रहा है,
आयुर्वेद में बताई गई दिनचर्या, ऋतुचर्या, सद्वृत व ध्यान आदि का उपयोग करके व्यक्ति तनावमुक्त रह सकता है। डॉ.अनिल कुमार ने सामाजिक स्वास्थ्य संबंधी व्याख्यान दिया,उन्होंने बताया यदि सम्पूर्ण समाज को स्वस्थ्य रखना है तो प्रत्येक व्यक्ति को आर्युवेद में बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए। प्रत्येक को व्यतिगत एवं आस पास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखना चाहिए ताकि रोगों से बचा जा सके। डॉ. अजय कुमार यादव ने कंप्यूटर स्किल पर नवीनतम जानकारी प्रदान की ।उन्होंने शिक्षा एवं चिकित्सा में कंप्यूटर की भूमिका का विस्तृत वर्णन किया। डॉ. नितिन शर्मा ने आयुर्वेद के आठ अंगों के बारे में बताया साथ ही साथ उन रोगों की चर्चा की जिनमें आयुर्वेदिक चिकित्सा अत्यंत लाभकारी होती है एवं चिकित्सा में पंचकर्म की विशेष भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपक कुमार ने किया। कार्यक्रम में डॉ. आभा द्विवेदी, डॉ. प्रणव गौतम, डॉ. संदीप द्विवेदी, डॉ. अरूणेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. राजित सिंह आदि उपस्थित रहे।