जीवन को उत्सव की तरह जियों , ताकि हमेशा जीवन में नयापन बना रहे, ताजगी बनी रहे : आचार्य सुधांशु जी

अंतिम दिन संध्या बेला में सुधांशु जी महाराज ने भक्तों का आह्वान करते हुए कहा

बरेली । त्रिवटी नाथ मंदिर में विश्व जागृति मिशन के अंतर्गत भव्य एवं विशाल सत्संग चल रहा है, सनातन सत्संग के चौथे और अंतिम दिन संध्या बेला में सुधांशु जी महाराज ने भक्तों का आह्वान करते हुए कहा !

जीवन को उत्सव की तरह जियों , ताकि हमेशा जीवन में नयापन बना रहे, ताजगी बनी रहे : आचार्य सुधांशु जी
जीवन को उत्सव की तरह जियों , ताकि हमेशा जीवन में नयापन बना रहे, ताजगी बनी रहे : आचार्य सुधांशु जी

जीवन को उत्सव की तरह जियों, ताकि जीवन में हमेशा एक नयापन बना रहे, हमारे ऊपर किसी प्रकार की उदासी या निराशा हावी न होने पाए, हमारी भारतीय संस्कृति में महीने में, हफ्ते में, हमेशा कोई ना कोई त्यौहार या पूजा का आयोजन होता रहता है, इसका कारण आप जानते हैं । हमारे पूर्वजों ने बहुत सोच समझकर इन त्योहारों का आयोजन का प्रयोजन रखा, ताकि हमेशा हमारे जीवन में हमेशा एक नयापन बना रहें, हंसी खुशी खिलखिलाहट बनी रहे, इसलिए त्योहारों के माध्यम से आपस में हम एक दूसरे से मिल सकें, अपनी सभ्यता और अपनी संस्कृति को समझ सकें ।  सुंधाशु जी ने कहा, ईश्वर की बनाई, इस सृष्टि का कमाल देखिए, ईश्वर की बनाई, यह सृष्टी बेशकीमती ख़ज़ानों से भरी हुई है और देखिए एक भी चौकीदार नहीं है, व्यवस्था ऐसी की गई है कि, दुनिया मे अरबों-खरबों व्यक्तियों का आवागमन प्रतिवर्ष होता है, किन्तु यहां से कोई भी एक तीली तक नही ले जा सकता, वह ईश्वर है, सर्वेश्वर है, वह नश्वर है, वह सबका स्वामी है, वह अंतर्यामी है, वह हर दिल की बात जानता है , अपने हर बंदे को पहचानता है, उसका कोई जोड़ नहीं है ,उसका कोई तोड़ नहीं है, उसका कोई प्रारब्ध और अंत नहीं है, उसे परमपिता परमेश्वर को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं । भगवान के प्रति प्रेम का भाव लेकर आप जाप और पाठ करते रहिए, भगवान श्री कृष्ण ने कहा, है अर्जुन कल्याण के मार्ग पर चलने वाले की कभी दुर्गति नहीं होती, उसका कल्याण ही होगा और जितना तुम धर्म कर्म पुण्य सत्कर्म करते जाओगे, उसका परिणाम होगा, तुम्हारे पाप काटेंगे, साथ में सौभाग्य की जागृत होता जाएगा और भक्ति में अगर बहुत आगे बढ़ गए तो, भक्ति में आगे बढ़ने का नियम है, जब भी कोई काम करो करों, भगवान की उपासना का मतलब भगवान के निकटता भी प्राप्त करो, भगवान के ध्यान में भी जाओ, ध्यान में भी उतरो, तत्वज्ञान, ब्रह्म ज्ञान की भी प्राप्ति करों, गुरु को सुनते रहे, शास्त्र को पढ़ते रहें, चिंतन करते रहे !
कार्यक्रम के अंत में मिशन के प्रधान देवेंद्र खंडेलवाल एवं पदाधिकारियों द्वारा महाराज श्री का नागरिक अभिनंदन किया गया ।

इसी क्रम में आज बड़ी संख्या में श्रद्धालु ने गुरु दीक्षा अर्थात गुरु मंत्र लिया किसी के साथ यह कार्यक्रम आज संपन्न हो गया ।
देवेंद्र खंडेलवाल, पवन अरोड़ा, नरेन्द्र नाथ खुराना, अनिल कुमार श्रीवास्तव, संजय गर्ग, ममता गर्ग, संदीप मेहरा, सविता अरोड़ा,कुंदन लाल ढींगरा, अशोक अग्रवाल,सुमन अग्रवाल, बिष्णु कुमार, एन पी चंडोक, प्रधान गुरुग्राम, भोलाराम केशरवानी, हल्द्वानी, आनन्द बल्लभ,मधू खण्डेलवाल, संजीव अग्रवाल,अजय अग्रवाल, राम प्रकाश, अनुराग, विवेक अग्रवाल , अग्रवाल सेवा समिति, ब्रजबासी लाल,डी सी वर्मा, विधायक मीरगंज, शशी पटेल, राजेश कटिहा, रामशंकर पचौरी, मुदित चतुर्वेदी, मैनेजर, सोनिया सेठी,वेद अरोरा, रोमी सेठी, संजय पाठक, दीक्षा सक्सेना,विजय अग्रवाल आदि।