रिश्तों के ताने बाने को “अधिरथी” ने समझाया

साहित्यकार रामधारी सिंह दिनकर के रश्मिरथी से प्रेरत रहा नाटक “अधिरथी”

बरेली। तीसरे थिएटर फेस्टिवल “इंद्रधनुष” के पांचवें दिन को श्रीराममूर्ति स्मारक रिद्धिमा के सभागार में मुख्य अतिथि के रूप में गुरु मेहरोत्रा जी रहे। श्रीराममूर्ति स्मारक ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति , डा.रीता शर्मा के साथ उन्होंने दीप प्रज्वलन कर मंचन का नाटक “अधिरथी” का शुभारंभ किया। रूबरू थिएटर नई दिल्ली की ओर से प्रस्तुत और काजल सूरी निर्देशित यह नाटक “अधिरथी” साहित्यकार रामधारी सिंह दिनकर के रश्मिरथी से प्रेरित है।

रिश्तों के ताने बाने को “अधिरथी” ने समझाया
रिश्तों के ताने बाने को “अधिरथी” ने समझाया

इसमें महाभारत के विभिन्न पात्रों के संबंधों को दर्शाया गया। कर्ण का शौर्य, दुर्योधन की कुटिलता, कुंती की विवशता, परशुराम की कर्ण के साथ गुरु शिष्य परंपरा, कर्ण का इंद्र के साथ दानवीर स्वरूप, कृष्ण का कर्ण को समझाना और अर्जुन का साथ देना जैसे प्रसंगों का मंचन इसमें हुआ। आजकल के दौर में जहां लोग रिश्तों और भावनाओं को समझना नहीं चाहते या फिर चाहते हुए भी वक्त की कमी से समझ नहीं पाते, वहीं रूबरू थिएटर ने रिश्तों के उलझे ताने बाने को नाटकीय रूप देकर भावनाओं को समझने का प्रयास किया।

रिश्तों के ताने बाने को “अधिरथी” ने समझाया
रिश्तों के ताने बाने को “अधिरथी” ने समझाया

इसमें शुभम शर्मा, जसकीरन चोपड़ा, अपूर्व, आफताब, प्रियंका, तनिषा गांधी, दीपक सिंह, स्पर्श, सचिन, कृष बब्बर, सत्यम, संदीप, मंत्रा भारद्वाज, दीपक मौर्य ने अपनी भूमिकाओँ को बखूभी निभाया। नाटक में मेकअप एम.रशीद और संगीत संचालन जेरी ने दिया, जबकि लाइट की जिम्मेदारी रविंद्र गंगवार ने उठाई। इस मौके पर इंजीनियर सुभाष मेहरा, एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डा. एमएस बुटोला, डा.अनुज कुमार, डा. एलएस मौर्या सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।