नई दिल्ली: नए संसद में विशेष सत्र का बुधवार (20 सितंबर) को तीसरा दिन है। दोनों सदनों की कार्यवाही जारी है। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर बहस शुरू हो गई है। सबसे पहले कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने सदन को बिल के बारे में जानकारी दी और उनके बाद कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने अपनी बात रखी।
सोनिया गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण के लिए मेरे पति राजीव गांधी बिल लेकर आए थे, जो गिर गया था। कांग्रेस की मांग है कि बिल को फौरन अमल में लाया जाए। इससे पहले जातिगत जनगणना कराकर OBC महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से निर्मला सीतारमण, दीया कुमारी और स्मृति ईरानी अपनी बात रखेंगी। यह डिबेट शाम 6 बजे तक चलेगी और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाषण दे सकते हैं।
नई संसद में कामकाज के पहले दिन पेश हुआ बिल
नई संसद में कामकाज के पहले दिन मंगलवार (19 सितंबर) को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पेश किया गया। इस बिल के अनुसार, लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण लागू किया जाएगा। लोकसभा की 543 सीटों में से 181 महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। ये रिजर्वेशन 15 साल तक रहेगा और इसके बाद संसद चाहे तो इसकी अवधि बढ़ा सकती है।