विदेशों में बैठकर नक्सलवाद फैला रहे है उन पर कठोरता अपनाने की जरूरत है: सुधांशु महाराज

नशे ने तो एक बार चाइना को भी डूबा दिया था इसके लिए एक जनांदोलन की जरूरत : सुधांशु महाराज

बरेली । दिव्य जागृति मिशन के प्रमुख सुधांशु महाराज ने शनिवार को बरेली में पत्रकारों से मुलाकात की और अपनी संस्थान से जुड़े देश विदेशों में चल रहे जनसरोकर से जुड़े कार्यों के बारे में बताया । इस मौके पर सुधांशु महाराज ने पत्रकारों के कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाये जाने के साधु संतों की मांग के सवाल में कहा कि भारत अपने आप मे सनातन संस्कृति का एक अच्छा केंद्र रहा है। यहां हिन्दू राष्ट्र से मतलब नहीं है। और ना ही किसी अन्य धर्म कोई ईर्ष्या वाली बात है। यह बातें इसलिए उठाई जा रही है कि दुनिया में हिंदुओं बाहुल्य कोई देश नहीं है। जहां हिन्दू संस्कृति और भारतीयता को अधिक से अधिक प्रसारित कर सकें। सबको साथ लेने की आवाज उठ रही हैं। यदि हिंदुस्तान को हिंदुस्थान नहीं कहा जायेगा तो क्या पाकिस्तान में कहेंगे।

विदेशों में बैठकर नक्सलवाद फैला रहे है उन पर कठोरता अपनाने की जरूरत है: सुधांशु महाराज
विदेशों में बैठकर नक्सलवाद फैला रहे है उन पर कठोरता अपनाने की जरूरत है: सुधांशु महाराज

वही भाजपा सरकार से जुड़े सवाल पर कहा कि योगी जी की सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। साथ में इतना तो माना जायेगा कि सरकार ने अपराध को पूरी तरह से नियंत्रित किया है। सरकार ने कोरोना काल मे सबको तेल घी चावल आटा दिया । साथ में नमक भी दिया । यह दिखाने के लिये काफी था कि आपको घर से बाहर नहीं जाना है। मोदी सरकार ने आपको गैस , टायलेट जैसी सुविधाएं दी । हिन्दू समाज के लिए मोदी जी अपनी श्रद्धा व्यक्त की हैं । सरकार ने सभी के लिए काम भी किया हैं।

सुधांशु महाराज ने नशे के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि यह बहुत बड़ा युद्ध है। इस युद्ध को यदि हम नहीं लड़ेंगे तो हम अपनी पीढियां खो देंगे । इस नशे ने तो एक बार चाइना को भी डूबा दिया था। इसी नशे के द्वारा हम पर एक युद्ध थोंपा जा रहा हैं। जो हमारे सामने आ रहा है , इसके लिए एक जनांदोलन की जरूरत है। सुधांशु महाराज ने नक्सलबाद पर बोलते हुए कहा कि जहां नक्सलबाद है वहां के लोगों के ह्रदय छूने की जरूरत है। दूसरी तरफ जो लोग विदेशों में बैठकर नक्सलवाद फैला रहे है उन पर कठोरता अपनाने की जरूरत है।