आपके फोन पर भी आया Emergency Alert ! तो अभी पढ़ें ये खबर

आपकी सुरक्षा से जुड़ा हुआ है इस मैसेज का उद्देश्य

भारत सरकार दूरसंचार सेल ब्राडकॉस्टिंग के जरिए एक मैसेज सभी के मोबाइल फोन्स पर भेज रही है, इस मैसेज के मायने क्या हैं, ये आपको क्यों भेजा जा रहा है। इस मैसेज को भेजने के पीछे सरकार की मंशा क्या है? हम आपको बताएंगे जिससे आप किसी भी तरह की अफवाह का शिकार होने से बच सकें। साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि इस मैसेज के दूरगामी उदेश्य क्या है?

एक तरफ इस्राइल और हमास के बीच जंग चल रही है, मिडिल ईस्ट सुलग रहा है, यूक्रेन और रूस पहले से मैदान-ए-जंग में है। यही वजह है कि दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध की आहट है और इसकी आशंका को नकारा भी नहीं जा सकता। दूसरी तरफ़ भारत सरकार अपने नागरिकों को अलर्ट कर रही है। सुबह सुबह आपके भी फोन स्क्रीन पर एक मैसेज फ्लैश हुआ होगा। एक हिंदी में और दूसरा अंग्रेजी में, आपकी स्क्रीन पर दिख रहा ये मैसेज भारत सरकार के दूरसंचार सेल विभाग के ब्राडकॉस्टिंग सेल के माध्यम से भेजा गया है।

आपके फोन पर भी आया Emergency Alert ! तो अभी पढ़ें ये खबर

क्या है इस मैसेज में?

आपकी स्क्रीन पर फ्लैश हुए मैसेज में लिखा होगा, “यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश है। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है। इस सिस्टम का उद्देश्य | सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।”

क्या है इस मैसेज का उद्देश्य?

भारत सरकार की तरफ से भेजे जा रहे इस मैसेज का सीधा उद्देश्य आपकी सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। दुनिया जिस तेजी से आधुनिकीकरण की तरफ़ बढ़ रही है उसी तेजी से प्राकृतिक आपदाओं की आमद भी बढ़ी है। पहाड़ों पर प्रलय का आलम आप सबने देखा ही होगा। अभी कुछ दिन पहले हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों में मची तबाही से भी आपाका वास्ता हुआ होगा। सिक्किम की ताज़ा हालत भी किसी से छिपी नहीं है। दिल्ली एनसीआर से लेकर यूपी तक धरती के हिलने का क्रम आए दिन चलता रहता है। इसके अलावा मानव जनित आपदाओं में तेजी आई है। रूस यूक्रेन के बीच चल रहा वार और इस्राइल और हमास के बीच छिड़ी जंग इसका ताज़ा उदाहरण है। ये सब वो वजहें है जिसके चलते इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को को दुरुस्त किया जा रहा है। जिससे भविष्य में आपातकाल की किसी भी स्थिति में नागरिकों को अलर्ट किया जा सके।