वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 14 दिसंबर को 104 वां दीक्षांत समारोह मनाया जाएगा. इसमें मुख्य अतिथि जय चौधरी होंगे, जो स्वतंत्रता भवन सभागार में छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे. इसके पहले सोमवार को उन्होंने बीएचयू में अपना संदेश भेजा था और कहा कि BHU ने उन्हें रिस्क लेना सिखाया. इसी कैंपस ने सपने दिखाये, जिसके बाद उन्होंने 5 बड़ी कंपनियों की स्थापना की.
जय चौधरी जीस्केलर के सीईओ है. वह दुनिया के टॉप 100 सबसे प्रभावी उद्यमियों में भी शुमार हैं. ये 185 देश के 34 करोड़ लोगों को अपनी कंपनी के जरिए साइबर खतरों से बचा रहे हैं. साइबर और क्लाउड सिक्योरिटी का काम करने वाले उनकी कंपनियों ने पिछले 1 साल में 5810 करोड़ साइबर खतरों को ब्लॉक किया है.
जय चौधरी ने 1980 में विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (अब आईआईटी BHU) से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री प्राप्त की थी. इसके बाद यूनिवर्सिटी ऑफ सिनसिनाटी से एमबीए, कंप्यूटर इंजीनियरिंग और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में एमएस की डिग्री हासिल की है. उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल एग्जीक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम का कोर्स भी किया था. इसके बाद उन्होंने सिक्योर आईटी, कोरहार्बर, साइबर ट्रस्ट और एयरडिफेंस जीस्केलर कंपनी की स्थापना की.
छात्रों को मिलेगा मेडल: दीक्षांत समारोह से पहले बीएचयू में उत्तरीय, साफा का वितरण भी शुरू हो गया है. BHU के 16000 से ज्यादा छात्र-छात्राओं को साफा और उत्तरीय बांटा जाएगा. उसके बाद 13 दिसंबर तक सभी संबद्ध कॉलेज संकाय महाविद्यालय में इसका वितरण किया जाएगा. इसके बाद 14 दिसंबर को सभी विद्यार्थी दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे. इसके साथ यदि परिधान की बात करें, तो छात्राओं को लाल बॉर्डर वाली, सफेद साड़ी, लाल ब्लाउज या सफेद कुर्ता सफेद, सलवार दुपट्टा और साफा पहनना होता है. वहीं छात्रों को सफेद कुर्ता, सफेद पायजामा या धोती दुपट्टा और साफा पहनना होता है.
अब तक निर्धारित पदक तालिका के अनुसार बीएचयू में कुल 514 छात्र छात्राओं को अलग-अलग पदक और मेडल प्रदान किए जाएंगे. जिनमें संकाय स्तर से मिलने वाले मेडल में 440 गोल्ड 8 सिल्वर और 66 अन्य पदक और पुरस्कार शामिल किए गए हैं. वही, इस साल BHU से पढ़ाई पूरी करने वाले 16000 से ज्यादा विद्यार्थी हैं, जिन्हें डिग्रियां वितरित की जाएगी. यदि मुख्य समारोह की बात करें तो इनमें कुल 30 मेधावियों को विशिष्ट पदक और पुरस्कार दिए जाएंगे. इसके अलावा 60 से ज्यादा पीएचडी की डिग्रियां भी विस्तृत की जाएगी. फिलहाल, अभी परीक्षा विभाग डिग्रियों की सूची को तैयार करने में जुटा हुआ है. अंतिम सूची तैयार करने के बाद ही टॉपर और मेडल की संख्या निर्धारित की जाएगी.