जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण

आग की घटना की दो दिन में दे रिपोर्ट: डीएम

बरेली । जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने आज जिला महिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में विगत दिवस आग लगने से संबंधित प्रकरण के परिप्रेक्ष्य में अस्पताल का भ्रमण व निरीक्षण किया गया।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ विश्राम सिंह को निर्देश दिये कि जांच हेतु अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी, अधिशासी अभियंता हाइडल, एसीएमओ तथा अपर निदेशक विधुत सुरक्षा सहित चार लोगों की कमेटी गठित करते हुये दो दिन में जांच पूरी करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाये ।

जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण
जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण

जिला महिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में विगत दिवस आग लगने की घटना की जांच हेतु कमेटी गठित

जिलाधिकारी ने जिला महिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा ओपीडी सेक्शन को देखा गया जहां पर उनके द्वारा यह पाया गया कि डॉक्टरों की ओ.पी.डी का रजिस्टर अलग अलग बना हुआ था जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सी.एम.एस को निर्देश दिये कि ओ.पी.डी का एक की रजिस्टर बनाया जाए।

जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण
जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण

अस्पताल में प्रत्येक डाक्टर के ओपीडी के दिन व टाइम का रोस्टर किया जाए चस्पा-जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने पाया कि अस्पताल के बाहर डाक्टरर्स का रोस्टर चार्ट भी नही लगा हुआ है, जिस पर उन्होेंने सी.एम.एस को शीघ्र अस्पताल में डाक्टर्स के बैठने का रोस्टर चार्ट लगाने के निर्देश दिये जिससे कि मरीजों को भी यह जानकारी रहे कि किस दिन कौन सा डाक्टर बैठेगा। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि डॉ रीति की ओ.पी.डी की संख्या कम है तथा डाक्टर रुपल की अधिक जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित सी.एम.एस को निर्देश दिये कि डाक्टर रीति को समय से आने के निर्देश दिये जाये।

जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण
जिला महिला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग का डीएम ने किया निरीक्षण

इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा औषधि भंडार का भी निरीक्षण किया गया, जहां स्टॉक रजिस्टर उपलब्ध नहीं था। जिलाधिकारी ने स्टॉक रजिस्टर वहां रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने उपस्थित मरीजों से दवाओं के उपलब्ध होने के बारे में जानकारी ली गई जिस पर मरीजों द्वारा बताया गया कि उन्हे अस्पताल में ही सभी दवाएं उपलब्ध हो जाती है कोई भी दवा उन्हे बाहर की नही लिखी जाती है।