तीसरे थिएटर फेस्टिवल “इंद्रधनुष” की तैयारी शुरू

देव मूर्ति ने कहा कि शास्त्रीय नृत्य को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए पिछले तीन वर्ष से यहां पर बसंतोत्सव, फागोत्सव का सफल आयोजन किया जा रहा है

बरेली । एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति ने यहां पर होने वाले तीसरे थिएटर फेस्टिवल “इंद्रधनुष” की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश की साझा विरासत को संजोने और उसे पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से श्री राममूर्ति स्मारक ट्रस्ट की ओर से वर्ष 2021 में 8 फरवरी को श्री राममूर्ति स्मारक रिद्धिमा )A Centre of Performing & Fine Arts) स्थापित किया गया था। कम ही समय में शास्त्रीय नृत्य (कथक एवं भरतनाट्यम), शास्त्रीय और सुगम संगीत (गायन एवं वादन), नाट्य कला, ललित कला एवं रंगमंच के क्षेत्र में रिद्धिमा ने अपनी पहचान बना ली है। प्रचलन से बाहर हो चुके वाद्ययंत्रों को संजोने के लिए यहां स्थापित इंस्ट्रूमेंट म्यूजियम उत्तर भारत के चुनिंदा संस्थानों में से एक है। जहां शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय और सुगम संगीत, नाट्य कला, ललित कला एवं रंगमंच की शिक्षा देने के साथ ही इंस्ट्रूमेंट म्यूजियम भी स्थापित हो। रिद्धिमा में 200 से ज्यादा दुर्लभ वाद्ययंत्रों का संग्रह किया गया है। इन सभी वाद्ययंत्रों का वादन योग्य होना सभी को आश्चर्य में डालता है।

देव मूर्ति ने कहा कि शास्त्रीय नृत्य को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए पिछले तीन वर्ष से यहां पर बसंतोत्सव, फागोत्सव का सफल आयोजन किया जा रहा है। बच्चों और युवाओं का रुझान चित्रकला के प्रति बढ़ाने के लिए तीन राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जा चुकी हैं। थिएटर प्रेमियों के लिए श्री राममूर्ति स्मारक रिद्धिमा) A Centre of Performing & Fine Arts) में दो थिएटर फेस्टिवल इंद्रधनुष किए जा चुके हैं। इस बार तीसरा थिएटर फेस्टिवल इंद्रधनुष का आगाज 25 अक्टूबर 2023 से होगा। इस बार थिएटर फेस्टिवल इंद्रधनुष बरेली में रंगमंच के संस्थापक जेसी पालीवाल को समर्पित किया गया है। कुछ माह पूर्व जो इस रंगमंच रूपी दुनिया से अपना किरदार शानदार तरीके से निभाकर रुखसत हुए। इंद्रधनुष का उद्घाटन 25 अक्टूबर को शाम पांच बजे मशहूर शायर वसीम बरेलवी करेंगे। इसके बाद एसआरएमएस रिद्धिमा की ओर से अश्वनी कुमार लिखित और शैलेंद्र शर्मा निर्देशित नाटक ‘मैं अधर्मी क्यों… रावण’ का मंचन होगा। थिएटर फेस्टिवल का समापन 31 अक्टूबर को पंख थिएटर ग्रुप के नाटक अनकही अन-जली से किया जाएगा। इसके लेखक और निर्देशक सुप्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक मुकुल नाग हैं। सभी नाटकों की अवधि सवा घंटे है। दर्शकों की सुविधा को देखते हुए पहले दिन को छोड़ कर सभी नाटकों का मंचन प्रतिदिन दो बार किया जाएगा। पहला शो शाम 04.00 बजे और दूसरा शो शाम 6.30 बजे आरंभ होगा। इसकी विस्तृत जानकारी श्री राममूर्ति  स्मारक  रिद्धिमा )A Centre of Performing & Fine Arts) की वेबसाइट  www.srms.ac.in/riddhima  के साथ रिद्धिमा के फोन नंबर 9458701600 पर भी हासिल की जा सकती है। प्रेस कांफ्रेंस में श्रीराम मूर्ति स्मारक शिक्षण संस्थाओं के प्लेसमेंट सेल के निदेशक डा.अनुज कुमार भी मौजूद रहे।