यति नरसिंहानंद गिरी पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर पद यात्रा पर निकले साधु-संत

बरेली: जूना अखाड़ा के यति नरसिंहानंद गिरी पर हो रहे अत्याचारों को लेकर साधु-संत अपनी शिकायत लेकर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से मिलने के लिए पद यात्रा पर हैं। इसी क्रम में गुरुवार को साधु संत बरेली पहुंचे और मीडिया के बीच अपनी बात रखी।

जानकारी के अनुसार, यति निर्भयानंद, यति रणसिंहानंद, यति सत्यानंद नाम के सन्यासियों की ओर से अरुण त्यागी व अंकुर जावला साथी अपने गुरु शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के सम्मान में शिवशक्ति धाम डासना से एक रक्त लिखित पत्र लेकर पैदल ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज के आवास तक जा रहे हैं।

यति नरसिंहानंद गिरी पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर पद यात्रा पर निकले साधु-संत

नरसिंहानंद गिरी को तीन दिन रखा गया था नजरबंद

यह पत्र बीते 27 सितंबर को महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने तब लिखा जब गाजियाबाद और मेरठ की पुलिस ने उन्हें मेरठ जिले के खजूरी नाम ग्राम के निवासी दीपक त्यागी नाम के युवक की बरसी में जाने से रोक दिया और मंदिर में ही नजरबंद कर दिया। दीपक त्यागी की एक साल पहले विशेष समुदाय के लोगों ने हत्‍या कर दी थी। तब महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को उसके ग्राम जाने से रोक दिया गया था और तीन दिन नजरबंद रखा था।

यति नरसिंहानंद गिरी पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर पद यात्रा पर निकले साधु-संत

यति नरसिंहानंद गिरी पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर पद यात्रा पर निकले साधु-संत

उन्‍होंने बताया कि आज की स्थिति यह है कि जब भी आस-पास के क्षेत्र में किसी हिंदू की हत्या हो जाती है तो उत्तर प्रदेश पुलिस महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को नजरबंद कर देती है। जब उनकी सारी गतिविधियों पर पुलिस और प्रशासन ने रोक लगा दी तो उन्होंने श्रावण माह में कांवड़ यात्रा पर जाने का निश्चय किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और नजरबंद कर दिया। ऐसे में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के निरंतर हो रहे उत्पीड़न का कारण भृष्ट अधिकारी हैं। इसीलिए हिंदुओं की इसी पीड़ा को मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचाने का कार्य ये यति सन्यासी अपनी पदयात्रा के जरिए कर रहे हैं।

यति नरसिंहानंद गिरी पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर पद यात्रा पर निकले साधु-संत