लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 7994 पदों के लिए राजस्व लेखपाल भर्ती में आरक्षण संबंधी विसंगतियों का संज्ञान लेते हुए राजस्व परिषद को कड़ी चेतावनी दी है. साफ निर्देश दिए हैं कि आरक्षण प्रावधानों में किसी भी प्रकार की त्रुटि, लापरवाही या मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
राजस्व परिषद कर रहा समीक्षा: मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद राजस्व परिषद अब रिक्तियों के आंकड़ों की दोबारा समीक्षा कर रहा है. संशोधित रिपोर्ट तैयार कर उसे एक सप्ताह के भीतर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) को भेजने की तैयारी हो रही है. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि सरकारी भर्तियों में आरक्षण का पालन अनिवार्य है. आरक्षण का सम्मान न केवल कानूनी दायित्व है, बल्कि सामाजिक न्याय की मूल भावना भी है.
अफसरों की होगी जवाबदेही: उन्होंने सभी विभागों को दो टूक संदेश देते हुए चेतावनी दी है कि आरक्षण से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की विसंगति पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी. ऐसी त्रुटियां शासन के स्तर पर स्वीकार नहीं होंगी.
आखिर क्यों सीएम ने दिए सख्त निर्देश: बता दें कि राजस्व लेखपाल के 7,994 पदों के लिए 16 दिसंबर 2025 को जारी विज्ञापन के बाद यह बात सामने आया कि जनपदों से भेजे गए श्रेणीवार आंकड़ों में विसंगतियां थी. मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद अब राजस्व परिषद श्रेणीवार कार्यरत एवं रिक्त पदों की गणना को पुनः सत्यापित कर रहा है. कोशिश की जा रही है कि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी न हो सके.
अफसर क्या बोलीं: राजस्व परिषद की सचिव कंचन वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद परिषद ने प्राथमिकता से सभी आंकड़ों की समीक्षा प्रारंभ कर दी है. उन्होंने कहा कि संशोधित अधियाचन आयोग को भेजे जाने के उपरांत लेखपाल भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी, विवाद-मुक्त और आरक्षण प्रावधानों के पूर्ण अनुपालन के साथ आगे बढ़ेगी.
सरकारी दे चुकी है चेतावनी: प्रदेश सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि आरक्षण व्यवस्था में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ स्वीकार नहीं की जाएगी, विसंगतियों पर कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है. युवाओं के भविष्य से जुड़ी भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और कानून सम्मत आचरण सर्वोच्च प्राथमिकता है.
लेखपाल भर्ती में हुआ यह हस्तक्षेप न केवल वर्तमान प्रक्रिया को सुधारने वाला कदम है, बल्कि आने वाली सभी भर्तियों के लिए भी सख्त संदेश है कि आरक्षण संबंधी नियमों के पालन में जरा भी ढिलाई नहीं चलेगी.