शानो-शौकत से निकाला जुलूस ए मोहम्मदी

जुलूस ए मोहम्मदी 6 मीनार मस्जिद निकट मुन्ना खां के नीम से निकाला गया

शानो-शौकत से निकाला जुलूस ए मोहम्मदी
शानो-शौकत से निकाला जुलूस ए मोहम्मदी
शानो-शौकत से निकाला जुलूस ए मोहम्मदी

बरेली । जुलूस-ए-मोहम्मदी आयोजक कमेटी अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लिमीन के तत्वाधान में 49 वां जुलूस ए मोहम्मदी 6 मीनार मस्जिद निकट मुन्ना खां के नीम से निकाला गया जो अपने परंपरागत मार्गो मीरा की पेठ , बुखार पुरा, जवाहर इंटर कॉलेज पुलिया रोहली टोला, जगतपुर हाफिज मियां के मजार से मुड़कर वापस कांकर टोला पुलिस चौकी के सामने से होता हुआ कांकर टोला बजरिया शाहदाना चौराहे से असम की कंपनी के सामने से होता हुआ आजाद इंटर कॉलेज रज़ा चौक सैलानी से वापस देर रात्रि जुलूस आयोजक कमेटी के स्टेज मुन्ना खां के नीम पर आकर समाप्त हुआ। इसके बाद निर्णायक मंडल के सदस्य मास्टर तौकीर सिद्दीकी, अज़ीम यार खान, सैयद मोहसिन आलम, सैयद हैदर अली, मिर्जा मुकर्रम बेग के निर्णय के आधार पर अंजुमनों को पुरस्कार वितरण किए गए जुलूस के कार्यक्रम का आगाज बाद नमाज फज्र सुबह 7:00 बजे कुरान ख्वानी से कैंप कार्यालय पर हुआ उसके बाद जुलूस कमेटी ने अपने मरहूम ओहदेदारों शमीमुद्दीन आदि को खिराजे अकीदत पेश की और उनकी मगफिरत (मोक्ष प्राप्ति) के लिए दुआ की । जुलूस का प्रारंभ हाफिज शाहरोज ने कुरान की तिलावत से किया असलम अततारी ने नाते पाक का नजराना पेश किया जुलूस की कयादत दरगाह तहसीनिया के सज्जादानशीन मौलाना हस्सान रजा खान ने की और उन्होंने कमर चिश्ती को जुलूस का परचम सौंप कर जुलूस को रवाना किया जो जुलूस में सबसे आगे चल रहा था इसी के साथ सरकार की आमद मरहबा, पत्ती पत्ती फूल फूल या रसूल या रसूल, जश्ने ईद मिलादुन्नबी जिंदाबाद, मदनी की आमद मरहबा, पुर नूर की आमद मरहबा के नारे बुलंद हो गए। जुलूस में अंजुमन दावत-ए-इस्लामी, अंजुमन गुलामाने रसूल, अंजुमन अली शेरे खुदा, अंजुमन पंजतन पाक, अंजुमन शाहदाना वली सरकार, अंजुमन ज़िक्रे मुस्तफा, अंजुमन गुलजारे रशीदी, अंजुमन मोहिबाने मदीना, अंजुमन सगे आला हजरत आदि लगभग 110 अंजुमने शामिल थी। जुलूस में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल थे नौजवान मोटरसाइकिलें फूलों का लाइट से सजा कर लाए थे कुछ अंजुमन इस्लामी संदेश लिखिए तखतियां बैनर लाये थे जुलूस में शामिल अनजुमनों के सदस्य नए-नए कपड़े पहन कर आये थे। शादाब शमीम के नेतृत्व 200 वॉलिंटियर्स जुलूस का नज़्मों जब्त बनाए रखने के लिए सेवा कर रहे थे जुलूस में नवाब मुजाहिद हसन खां, प्रोफेसर जाहिद खां, इकरार अहमद, नईमुद्दीन, जुल्फिकार बेग, मोहम्मद मियां, काजी अलीमुद्दीन, डॉक्टर अनीस बेग आदि की दस्तारबंदी की गई जगह-जगह जुलूस मार्ग पर लोगों ने कैंप लगाकर जुलूस का स्वागत किया व लंगर वितरण किया जुलूस की व्यवस्था इमशाद हुसैन, अंजुम शमीम, मोहम्मद उस्मान, यामीन अहमद, अनवर हसन, सैयद जफर आदि ने संभाली अंत में अंजुम शमीम ने जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन आदि का आभार व्यक्त किया।