15 नवम्बर तक प्रत्येक दशा में रैन बसेरों/शेल्टर होम का संचालन किया जाए सुनिश्चित-जिलाधिकारी

 रैन बसेरों में साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल एवं समुचित प्रकाश आदि व्यवस्था की जाये सुनिश्चित

बरेली।  जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शीत ऋतु आरम्भ हो चुकी है। अत्यधिक ठण्ड एवं शीतलहर से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के कारण निराश्रित असहाय एवं समाज के कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने हेतु रैन बसेरों की व्यवस्था किये जाने हेतु कार्यवाही कराना सुनिश्चित किया जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि आश्रयहीन व्यक्तियों हेतु रैन बसेरों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति रात में सड़क अथवा फुटपाथ पर सोने के लिए बाध्य न हो। उन्होंने कहा कि इन रैन बसेरों, शेल्टर होम में रुकने वाले कमजोर वर्ग के लोगों को ठण्ड से बचाने के लिये आवश्यक समस्त उपाय जैसे गद्दे, कम्बल, स्वच्छ पेयजल, शौचालय एवं किचन आदि का प्रबन्ध निःशुल्क किया जाये तथा इन रैन बसेरों के आस-पास अलाव जलाने की व्यवस्था की जाये।

 रैन बसेरों में साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल एवं समुचित प्रकाश आदि व्यवस्था की जाये सुनिश्चित

उन्होंने निर्देश दिए  कि नगरीय क्षेत्रों में अपर नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत रात्रि में भ्रमण कर खुले में सोने वाले व्यक्तियों को रैन बसेरों में पहुंचाने की व्यवस्था करायेंगे, जिससे कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे न सोये और ठंड से किसी भी व्यक्ति के साथ अप्रिय घटना न हो। प्रत्येक रैन बसेरों/शेल्टर होम के लिए एक उपयुक्त वरिष्ठता का नोडल अधिकारी नामित किया जाये, जिस पर रैन बसेरे/शेल्टर होम के लिये संचालन का उत्तरदायित्व होगा। इस हेतु नगर क्षेत्र में अपर नगर आयुक्त, नगर निगम एवं समस्त अपर नगर मजिस्ट्रेट जनपद तथा तहसील क्षेत्रों में समस्त उपजिलाधिकारी एवं समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत नामित किये जाते हैं।

रैन बसेरों के आस-पास एवं सार्वजनिक स्थानों पर प्रतिदिन अलाव जलाने की जाये समुचित व्यवस्था

जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त रैन बसेरों में केयरटेकर की तैनाती की जाये, जिसका नाम, पदनाम, मोबाइल नम्बर रैन बसेरों के गेट पर अवश्य दर्शाया जाये। रात्रि में जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रैन बसेरों का औचक निरीक्षक अवश्य किया जाये। रैन बसेरों के केयर टेकर के पास निरीक्षण रजिस्टर भी रखा जाये, जिसमें निरीक्षण अधिकारी अपनी टिप्पणी भी अंकित करें। समस्त चिकित्सालयों, मेडिकल कालेजों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेश्नों, श्रमिकों के कार्य स्थलों एवं बाजारों में अनिवार्य रुप से रैन बसेरे संचालित किये जायें। इस हेतु स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण आदि विभाग अपेक्षित सहयोग करेंगे।
 रैन बसेरों में ऐसे जरुरतमन्द व्यक्तियों, जिनके पास ठहरने की सुविधा नही है तथा विशेष रुप से जो चिकित्सा एवं रोजगार आदि के लिए बाहर से आये हैं, उन्हें खुले में अथवा फुटपाथ एवं सड़कों को डिवाइडर पर ना सोना पड़े, बल्कि निकटस्थ रैन बसेरे में रहने की पूर्ण सुविधा उपलब्ध कराई जाये। रेन बसेरों में सुविधाएं अच्छी व गुणवत्ता पूर्ण हो तथा इसमें साफ-सफाई, साफ सुथरी बेड शीट, कम्बल, गरम पानी तथा सुरक्षा आदि की व्यवस्था की जाये। रैन बसेरों में महिलाओं एवं पुरुषों के सोने व शौचालय आदि की भी अलग-अलग व्यवस्था की जाये। रैन बसेरों में रहने वाले व्यक्तियों विशेष कर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित करायें। शीतलहरी एवं ठण्ड से बचाव कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाए जिससे कि शासन द्वारा जनसामान्य को ठण्ड से बचाव हेतु किये जा रहे व्यापक उपायों की जानकारी आम-जन को हो सकें। रैन बसेरों में सुविधाएं अच्छी एवं गुणवत्तापूर्ण हो तथा इसमें साफ-साफाई, शुद्ध पेयजल, एवं समुचित प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जायें।