सहारनपुर: जनपद में थाना नागल क्षेत्र में मेरठ के सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से हुई लूट की घटना फर्जी निकली। अधिकारी ने बताया कि मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके पास से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये मूल्य के आभूषण भी बरामद कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों ने ही फर्जी लूट की साजिश रच दी थी।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि गुरुवार देर रात थाना नागल क्षेत्र में मेरठ के सर्राफा कारोबारी के कर्मचारियों से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की कीमत के आभूषण लूटे जाने की सूचना मिली थी। पुलिस को मौके पर कर्मचारी सत्यम शर्मा और चालक तरुण सैनी मिले, जिन्होंने बताया कि वे सहारनपुर होते हुए अंबाला से मेरठ लौट रहे थे। उन्होंने कहा दोनों का कहना था कि बाइक पर सवार होकर बदमाशों बंदूक दिखाकर वारदात को अंजाम दिया। मारपीट करने के बाद फरार हो गए।
आरोपी गिरफ्तार और सभी आभूषण बरामद
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब सत्यम और तरुण के बयानों को लेकर संदेह पैदा हुआ और सख्ती से पूछताछ किए जाने के बाद दोनों ने सच उगल दिया। उन्होंने कहा, दोनों ने लूट की झूठी कहानी गढ़कर कारोबारी को चपत लगाने की साजिश रची थी। उन्होंने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने आभूषण वाला बैग मेरठ निवासी एक अन्य साथी के पास होने की बात स्वीकार की। सजवान ने बताया कि मेरठ से उनके अन्य साथी को भी पकड़ लिया गया है और आभूषण भी बरामद कर लिए गए।