6 साल से नहीं मिला मदरसा शिक्षकों को मानदेय , शिक्षक भुखमरी की कगार पर

बरेली : 6 साल से वेतन न मिलने पर भुखमरी के कगार पर पहुंचे मदरसा टीचर्स यूनियन एम टी यू के बैनर तले शिक्षकों ने जिला अधिकारी गेट पर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री को संबोधित जिला अधिकारी कार्यालय में एसडीएम को ज्ञापन दिया ।

मोहम्मद कासिम अंसारी ने एसडीएम को ज्ञापन देकर अपनी परेशानी से अवगत कराया। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में करीब 8500 मदरसे आधुनिकीकरण योजना से संचालित हैं जिसमें लगभग 21000 शिक्षण कार्य थे मेहनत और ईमानदारी से शिक्षक कार्यरत हैं मगर इन शिक्षको को समय से मानदेय न मिलने कारण हालत बहुत दयनीय है हो गई है आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कोविद-19 के दौरान भी वेतन न मिलने कारण दवा इलाज का अभाव रहा शिक्षको का मानदेय अब तक 5 साल 6 माह से ऊपर का वेतन है।
वेतन न मिलने से घर चलाने में नाको चने चबाने पड़ रहे हैं । जबकि मदरसे में एक समुदाय के बच्चों को मुख्य धारा में लाने का काम कर रहे हैं।

6 साल से नहीं मिला मदरसा शिक्षकों को मानदेय , शिक्षक भुखमरी की कगार पर
6 साल से नहीं मिला मदरसा शिक्षकों को मानदेय , शिक्षक भुखमरी की कगार पर

शिक्षक सरफुद्दीन अंसारी ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं मदरसा के शिक्षकों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा उसके बाद भी हमारे साथ इस तरह का भेदभाव क्यो हो रहा है। हम शिक्षकों के लिए मानदेय क्यों नहीं मिल रहा है बता दे या तो हम जहर खा ले , हम डीएम से गुजारिश करते है अपने हाथों से जहर दे दे । सब 22 हजार 3 सो टीचर है 6 साल से मानदेय नही मिल रहा है जिलाधिकारी से गुजारिश करता हूं की मेरी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाए , मेरी बात मुख्यमंत्री तक जिला जिलाधिकारी ने नही पहुँचाई तो में यही पर आत्मदाह कर लूंगा ।

मदरसा टीचर्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद कासिम अंसारी ने बताया, वह मदरसे में शासन की मंशा के अनुरूप शिक्षा देने का काम कर रहे हैं। पिछले 5 सालों से अधिक समय हो गया उनका वेतन नहीं मिला है, इससे दैनिक जरूरत को पूरा करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

मदरसा टीचर्स यूनियन के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष चमन का कहना है, प्रदेश सरकार ने मदरसा के लिए दिए जाने वाला अपना अंशदान दिया। लेकिन केंद्र सरकार से मिलने वाला अंशदान नहीं मिला है। इससे मदरसा टीचर भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। वह कहती हैं मदरसो के साथ सरकार भेदभाव कर रही है ।उनको धार्मिक आस्था से जोड़ रही है। जबकि वह विभिन्न विषयों का शिक्षण देने के साथ ही अल्पसंख्यक बच्चों को मुख्य धारा में लाने का काम कर रही हैं । ज्ञापन देने वालों में अंसार अहमद , मंसूर अली, राहिला अंजुम , जुल्फिकार , अकरम खान , मोहम्मद नदीम , सरफुद्दीन , शबाना बी , मोहम्मद आबिद , परवेज खा , सगीर अहमद सहित आदि शिक्षक मौजूद रहे।