लखनऊ में 2 दिन तक मिलेंगी 7500 जॉब, 25 हजार तक सैलरी, जानिए कब और कहां पहुंचें? 14 सितंबर को CSIR स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव

लखनऊ: यूपी के ऐसे युवा जो बेरोजगार हैं और नौकरी की तलाश में भटक रहें उनके लिए सरकार एक खास मौका लेकर आई है. जिसमें वह भाग लेकर अच्छी इनकम अर्न कर सकते हैं. कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने ‘कौशल महोत्सव लखनऊ 2025’ के तीसरे संस्करण की घोषणा गुरुवार शाम को कर दी है. यह आयोजन 16 और 17 सितंबर को कॉल्विन तालुकदार्स कॉलेज ग्राउंड में होगा. जिसमें 7,500 से अधिक नौकरियां और अपरेंटिसशिप के अवसर उपलब्ध होंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री जयन्त चौधरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि होंगे. वहीं, 14 सितंबर को लखनऊ में ही CSIR स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव होगा. इसमें प्रौद्योगिकी-आधारित रोजगार को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञ चर्चा करेंगे.

गोमती नगर के एक कॉलेज में आयोजित प्रेस वार्ता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र और वरिष्ठ भाजपा नेता नीरज सिंह ने बताया कि 100 से अधिक कंपनियां ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा, एयरोस्पेस और ग्रीन जॉब्स जैसे 20 क्षेत्रों में अवसर प्रदान करेंगी. लखनऊ में 6,900 से अधिक अपरेंटिसशिप पद आईटीआई, डिप्लोमा और ग्रेजुएट्स के लिए हैं. बीएचईएल, बीईएल, एचएएल, ओएनजीसी जैसे केंद्रीय उपक्रम भर्ती करेंगे.

महोत्सव में कक्षा 10 से पोस्ट ग्रेजुएट तक के लिए अवसर होंगे, जिनमें 13,000 से 25,000 रुपये मासिक वेतन वाले पैकेज शामिल हैं. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ड्रोन टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों के लिए इंटरएक्टिव जोन होंगे. नीरज सिंह ने बताया कि इंडिया स्किल्स 2025 के पंजीकरण की शुरुआत भी यहीं होगी.

संयुक्त सचिव श्रीशैल मालगे ने कहा, यह महोत्सव युवाओं को भविष्य की अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करेगा. उत्तर प्रदेश ने 3.21 लाख युवाओं को अपरेंटिसशिप दी है. यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में सेवा पखवाड़ा का हिस्सा है. यह स्थानीय कौशल को बढ़ावा देगा.

सीएसआईआर स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव में रोजगार पर चर्चा: लखनऊ में आयोजित होने जा रहे सीएसआईआर स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव के ज़रिए उत्तर प्रदेश को नवाचार और प्रौद्योगिकी आधारित विकास का केंद्र बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है. सीएसआईआर-एनबीआरआई के निदेशक डॉ. अजीत ने बताया कि यह कार्यक्रम अनुसंधान, उद्योग और उद्यमिता के बीच सहयोग को मज़बूती देगा. इसमें स्टार्टअप और रोजगार को लेकर चर्चा होगी. 14 सितंबर को प्रस्तावित इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी शामिल हो सकते हैं.