वाराणसी: वाराणसी भदोही-गोपीगंज स्टेट हाईवे को चांदपुर से लोहता तक फोरलेन बनाने के काम में पेड़ों की कटाई का झाम फंस गया है। सड़क चौड़ीकरण के कार्य में बाधक बने 20 पेड़ों को कटवाने के लिए दो विभागों के बीच दो महीने से पत्राचार चल रहा है, लेकिन हल नहीं निकल पाया। अब निर्माण निगम ने प्रभागीय लॉगिंग प्रबंधक मिर्जापुर को इस चेतावनी के साथ पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि अगर काम पूरा होने में देरी हुई तो उसके लिए जिम्मेदार आप होंगे।
वाराणसी भदोही-गोपीगंज एसएच-87 को चांदपुर चौराहे से लोहता तक फोरलेन बनाने के लिए आठ मई 2022 को 130 करोड़ का प्रोजेक्ट शुरू किया गया। इसमें सड़क चौड़ीकरण में बाधक बने पेड़ों को काटने की जिम्मेदारी लॉगिंग प्रबंधक को दी गई। इसमें बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए, जिसका भुगतान निर्माण निगम ने पेड़ काटने वाली एजेंसी को किया। मगर, 20 पेड़ अब भी बाधक बने हैं, जिन्हें काटने के लिए निर्माण निगम ने पिछले दो महीने में छह बार प्रभागीय लॉगिंग प्रबंधक को पत्र लिखा।
25 फरवरी तक काम पूरा होना है, लेकिन जिस रफ्तार से काम बचे हैं, उससे इसका समय पर पूर्ण हो पाना मुश्किल दिख रहा है। सोमवार को निर्माण निगम-1 के एक्सईएन आशुतोष कुमार ने प्रभागीय लॉगिंग प्रबंधक मिर्जापुर को पत्र लिखकर कहा कि सड़क निर्माण में बाधक बने वृक्षों को काटने के लिए पिछले दो महीने से लगातार पत्राचार और दूरभाष पर वार्ता के बाद भी आपने संज्ञान नहीं लिया है। यह खेदजनक है।