UP Board Result 2024: रिजल्ट से हैं नाखुश, करें स्क्रूटनी के लिए आवेदन, जानें क्या होगी प्रक्रिया

UP Board Result 2024: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने शनिवार को 10वीं और 12वीं के परिणाम शनिवार को घोषित कर दिए. हाईस्कूल में 89.55 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तो इंटर में 82.60 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए थे. लेकिन रिजल्ट के बाद असंतुष्ट छात्र और छात्राओं को स्क्रूटनी के लिए मौका मिलेगा. रिजल्ट से नाखुश होने पर आवेदन कर सकते हैं.

रिजल्ट के बाद असंतुष्ट छात्र और छात्राएं स्क्रूटनी के लिए 14 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. लिखित और प्रयोगात्मक खंड के लिए 500 रुपए प्रति प्रश्न पत्र की दर निर्धारित की गई है. यूपी बोर्ड की वेबसाइट upmsp.edu.in पर छात्र और छात्राएं ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदित विषयों के लिए निर्धारित शुल्क चालान के माध्यम से राजकीय कोषागार में जमा करना होगा. इस प्रक्रिया के शुरू होने की जानकारी यूपी बोर्ड के सचिव दिब्य कांत शुक्ल ने दी है.

किसने किया टॉप

गौरतलब है कि इस बार हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में सीतापुर के परीक्षार्थियों ने प्रदेश में टॉप किया है. हाईस्कूल में सीतापुर की प्राची निगम ने 98.50 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में टॉप किया है, जबकि फतेहपुर की दीपिका सोनकर (98.33 प्रतिशत) दूसरे और सीतापुर की ही नव्या सिंह (98 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर रहीं.

इंटर में सीतापुर के शुभम वर्मा ने 97.80 प्रतिशत के साथ पहला स्थान हासिल किया है, जबकि बागपत के विशु चौधरी (97.60 प्रतिशत) दूसरे और अमरोहा की काजल सिंह (97.60 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर रहीं. हाईस्कूल में कुल पास परीक्षार्थियों में 12,38,422 बालक और 12,23,604 बालिकाएं शामिल हैं.

इंटर का रिजल्ट

बालकों का 86.05 और बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 93.40 है. परीक्षार्थियों में बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत बालकों के उत्तीर्ण प्रतिशत से 7.35 अधिक है. इंटर में कुल उत्तीर्ण परीक्षार्थियों में 10,43,289 बालक तथा 9,82,778 बालिकाएं हैं. बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 77.78 तथा बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 88.42 है.

शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेंद्र देव और माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिब्यकान्त शुक्ल ने परीक्षाफल घोषित करते हुए बताया कि वर्ष 2024 की बोर्ड परीक्षा के साथ माध्यमिक शिक्षा परिषद ने नए कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं. इस वर्ष यूपी बोर्ड ने पहली बार रिकॉर्ड 12 कार्य दिवसों में परीक्षा संपन्न कराई थी.