लखनऊ: लोकबंधु अस्पताल में जनवरी से शुरू होगा ई-आईसीयू , लाखो की लागत से हो रहा त्यार

लखनऊ : गंभीर मरीजों के इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में ई-आईसीयू शुरू होगा. इसके लिए 30 से 40 लाख रुपये की लागत से 10 बेड का सुपरस्पेशिएलिटी वॉर्ड बनाया जाएगा. कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत इसका पूरा खर्च मेदांता अस्पताल उठाएगा. इसके साथ मेदांता अस्पताल के डॉक्टर टेलीमेडिसिन के जरिए मरीजों के इलाज में मदद भी करेंगे.

जनवरी से शुरू होगी सुविधा : राजधानी के किसी भी सरकारी अस्पताल में यह पहला प्रोजेक्ट है. माना जा रहा है कि अस्पताल में जनवरी से यह सुविधा शुरू हो जाएगी. लोकबंधु अस्पताल में फिलहाल आईसीयू के दस बेड हैं. यहां एक एक्सपर्ट डॉक्टर और तीन पैरा मेडिकल स्टाफ मरीजों का इलाज कर रहे हैं. अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि ई-आईसीयू के तहत बन रहे सुपरस्पेशिएलिटी वॉर्ड के हर बेड पर मॉनिटर लगाए जाएंगे. वॉर्ड में हाई रेंज के कैमरे भी लगेंगे, जो इंटरनेट के जरिए मेदांता अस्पताल से कनेक्ट रहेंगे.

मेदांता अस्पताल के स्पेशिएलिस्ट देंगे ट्रेनिंग: अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि ई-आईसीयू के मेदांता अस्पताल के स्पेशिएलिस्ट डॉक्टर रोज सुबह राउंड पर आएंगे. ये विशेषज्ञ लोकबंधु अस्पताल के डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को आईसीयू में भर्ती मरीजों के इलाज की ट्रेनिंग भी देंगे. इसके साथ किसी मरीज को कोई दिक्कत होने पर ऑनलाइन सलाह भी देंगे. सीएमएस डॉ. राजीव ने बताया कि फिलहाल मेदांता अस्पताल के साथ एक साल का अनुबंध हुआ है, लेकिन इसे आगे भी जारी रखा जाएगा.

लोगों को जल्द मिलेगा इलाज: कहा कि अभी फिलहाल हर जगह आईसीयू की सुविधा है. जहां पर मरीज को निगरानी में रखा जाता है. ई-आईसीयू की सुविधा होने से बाकी सारी चीज बहुत आसान हो जाएगी. जैसे अगर मरीज की जांच होनी है तो उसके लिए अत्याधुनिक उपकरण होंगे. एक तरफ जांच होगी और दूसरी तरफ रिपोर्ट विशेषज्ञ के हाथ में होगी. यह सुविधा हो जाने से मरीज को जल्द से जल्द ट्रीटमेंट मिल सकेगा. क्योंकि, ज्यादातर समय मरीज की जांच में निकल जाता है. जब तक रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक आगे का इलाज शुरू नहीं होता है. ई-आईसीयू में ऐसी सुविधा होगी की तुरंत की तुरंत चीज होगी. मरीज का इलाज रिपोर्ट मिलते ही शुरू हो जाएगी. यह रिपोर्ट भी महज आधे घंटे के भीतरी मिल सकेंगी.

उन्होंने बताया कि ई- आईसीयू में मरीज़ों को 24 घंटे कड़ी देखभाल दी जाती है. यहां मरीज़ों की निगरानी के लिए कई तरह की मशीनें और अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है. आईसीयू में मरीज़ों की देखभाल के लिए कई मेडिकल स्टाफ़ होते हैं, जिनमें से हर मरीज़ के पास एक विशेषज्ञ नर्स होती है.