नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब का दौरा करेंगे और हाल के वर्षों में आई सबसे भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगों और किसानों से मिलेंगे. इसके अलावा वह राहत कार्यों और पुनर्वास प्रयासों का जायजा भी लेंगे.इस यात्रा के दौरान उनसे बढ़ते जलस्तर से हुए नुकसान की समीक्षा करने की उम्मीद है, जिसने कई जिलों में गांवों को जलमग्न कर दिया और फसलों को नष्ट कर दिया.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पंजाब हैंडल ने एक्स पर इस यात्रा की घोषणा करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब के गुरदासपुर आ रहे हैं. वह बाढ़ प्रभावित भाइयों-बहनों और किसानों से सीधे मिलेंगे, उनका दुख साझा करेंगे और पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाएंगे.”
इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें 7 सितंबर 2025 तक कई क्षेत्रों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान लगाया गया है. कई राज्यों में भी महत्वपूर्ण वर्षा होने की उम्मीद है, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लगातार बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.
गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात क्षेत्र में 4-6 सितंबर तक अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान है.
सौराष्ट्र और कच्छ में 6-7 सितंबर को भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
अगले पांच दिनों तक राज्य भर में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
पिछले 24 घंटों में दर्ज बारिश
पश्चिमी मध्य प्रदेश और ओडिशा में अत्यधिक भारी वर्षा हुई. यहां 21 सेमी बारिश दर्ज की गई
जम्मू कश्मीर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 12-20 सेमी) बारिश दर्ज की गई
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात क्षेत्र, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 7-11 सेमी बारिश हुई.
इससे पहले, सरकारी सूत्रों ने बताया था कि प्रधानमंत्री बाढ़ की स्थिति का आकलन करने और राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करने के लिए जम्मू-कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड सहित कई वर्षा प्रभावित राज्यों का दौरा करेंगे. सूत्रों के अनुसार, हाल ही में हुई लगातार बारिश, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में 500 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है
लगातार मानसूनी बारिश के कारण हाल के हफ़्तों में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे जून से अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ पंजाब
पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है, जहां सभी 23 जिलों के लगभग 1900 से ज्यादा गांव जलमग्न हो गए हैं, जिससे 1.75 लाख एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि जलमग्न हो गई है और धान की फसलें नष्ट हो गई हैं. इतना ही नहीं बाढ़ से अब तक लगभग 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
वहीं, व्यास, सतलुज, रावी और घग्गर जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, रविवार को पंजाब में कुछ स्थानों पर और अगले दो दिनों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.