पटना: बिहार पुलिस ने पहली बार किसी सिपाही की हत्या कर भाग रहे दो अपराधियों को कुछ ही घंटे के अंदर मार गिराया गया। सोमवार दोपहर पटना के सबसे निकटवर्ती वैशाली जिले में बैंक शाखा के पास लूट की वारदात को अंजाम दे रहे अपराधियों को रोकने पर सिपाही को सीने में तीन गोलियां मारी गई थीं। सिपाही की मौत की पुष्टि कुछ ही देर में हो गई, जिसके बाद दो अपराधियों के एनकाउंटर में मारे जाने की भी पुष्टि हो गई।
दरअसल, इन दोनों अपराधियों को भीड़ ने भागते हुए पकड़ा था। दोनों पुलिस की गिरफ्त से भी भागने लगे तो फायरिंग की गई। सिपाही की हत्या के कुछ ही घंटे के अंदर दो अपराधियों का एनकाउंटर किए जाने को लोग बिहार पुलिस में उत्तर प्रदेश के योगी मॉडल एंट्री बता रहे हैं।
सराय से हाजीपुर लाने के दौरान भागने का प्रयास
बिहार पुलिस की गोली से दोनों अपराधियों की मौत सराय और हाजीपुर के बीच हुई। दोनों अपराधियों से पुलिस ठीक से पूछताछ भी नहीं कर सकी थी कि अपराधियों ने जिप्सी पर बैठे पुलिसकर्मियों को धक्का देकर खेत के रास्ते भागने की कोशिश की। पुलिस ने भागते अपराधियों पर फायरिंग की तो दोनों गिर गए। दोनों को उसी अवस्था में पुलिस फिर जिप्सी पर लादकर हाजीपुर स्थित वैशाली सदर अस्पताल लेकर आयी। एसपी ने दोनों को गोली लगने की पुष्टि की।
सोमवार को दोपहर इन दो के साथ कुल चार अपराधियों ने लूट के क्रम में एक सिपाही के सीने पर तीन गोलियां दाग दी थीं। चार में से दो अपराधी भागने में कामयाब रहे थे, जबकि यह दो भीड़ में घिरकर पकड़ा गए थे। इनकी पहचान गया निवासी सत्य प्रकाश और बिट्टू के रूप में हुई थी।
लूटपाट देख सिपाही ने पकड़ना चाहा तो ले ली थी जान
लूट की घटना वैशाली जिले के सराय थाना क्षेत्र के सराय बाजार स्थित सेंट्रल बैंक के पास हुई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि लोग बैंक से रुपये निकालकर अपने घर जा रहे थे। तभी सूरज चौक के पास चार अपराधी बैंक से बाहर निकलने वाले लोगों को लूटते दिखे। उस समय पुलिस गश्ती की गाड़ी गुजर रही थी। इस दौरान पुलिस गाड़ी में बैठा एक पुलिसकर्मी अमिताभ कुमार लूटपाट देख गाड़ी से कूदकर उसे बचाने के लिए दौड़ा। वहां पहुंचकर अमिताभ ने इस घटना का विरोध किया तो अपराधियों ने खाकी वर्दीधारी को देखकर भागने की बजाय सिपाही पर ही ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे।