बलिया में अवैध वसूली सिंडिकेट पर एक्शन, एसपी-एसपी हटे; 19 पुलिसकर्मी सस्पेंड

बलिया: उत्‍तर प्रदेश पुलिस का एक ऐसा सिंडिकेट सामने आया है, जिस पर एक्‍शन पूरी पुलिस फोर्स को शर्मिंदा करने वाला है। दरअसल, यूपी-बिहार के बॉर्डर पर स्थित बलिया के नरही थाना क्षेत्र के भरौली चौराहा पर बुधवार देर रात एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने ट्रक पर सवार होकर छापेमारी की। इस दौरान ट्रकों से अवैध वसूली के बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ। मौके से आरक्षी सतीश गुप्ता, हरिदयाल सिंह और 16 दलालों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीन सिपाही फरार होने में कामयाब रहे।

अवैध वसूली के इतने बड़े मामले की गूंज लखनऊ पहुंचते ही सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई की। गुरुवार देर रात एसपी बलिया देवरंजन वर्मा व एएसपी डीपी तिवारी को हटाने के साथ ही सीओ शुभ सुचित को निलंबित कर दिया है। वहीं सीओ, एसओ व चौकी प्रभारी की संपत्ति की विजिलेंस जांच के आदेश हुए हैं।

16 दलालों के खिलाफ भी दर्ज हुआ केस

डीआईजी के पीआरओ की तहरीर पर नरही एसओ पन्नेलाल और कोरंटाडीह के चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर सहित सात पुलिसकर्मी के अलावा 16 दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसओ  व  पूरी कोरंटाडीह चौकी समेत 18 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। मौके से 37,500 रुपए, 14 बाइक, 25 मोबाइल, वसूली के विवरण की दो नोटबुक मिली है। मामले की जांच आजमगढ़ एएसपी शुभम अग्रवाल करेंगे।

एक रात में हजार ट्रकों से पांच लाख की कमाई

प्रतिमाह करोड़ों की वसूली हो रही थी। बक्सर से आने वाले ट्रकों से पहले सुनियोजित ढंग से बात तय होती थी। प्रति ट्रक से करीब 500 रुपये की कमाई फिक्स थी। एक रात्रि में ही करीब 1000 ट्रक बक्सर से बलिया में प्रवेश करते थे। जिनसे गैंग 5 लाख की वसूली करता था। इस काली कमाई को स्थानीय पुलिस व दलालों में बांटा जाता था। जांच में पता चला कि दलाल गाडिय़ों की संख्या गिनकर उसके हिसाब से रुपए एसओ नरही को देते थे।

थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों का आवास सील

एडीजी के आदेश पर अवैध वसूली में संलिप्त थाना प्रभारी नरही, चौकी प्रभारी कोरंटाडीह और सिपाहियों के आवासों को सील कर दिया गया है।

इन पर दर्ज हुआ केस

एसओ पन्ने लाल, चौकी प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर, आरक्षी दीपक मिश्र, आरक्षी बलराम सिंह, हेड कॉन्स्टेबल विष्णु यादव, आरक्षी सतीश गुप्ता, आरक्षी हरदयाल के अलावा दलाल रविशंकर यादव निवासी भरौली, विवेक शर्मा, जितेश चौधरी, विरेंद्र राय, सोनू सिंह, अजय कुमार पांडेय, विरेंद्र सिंह यादव, अरविंद यादव, रमाशंकर चौधरी, जवाहिर यादव, धर्मेंद्र यादव, विकास राय, हरेंद्र यादव, सलाम अंसारी, आनंद कुमार ठाकुर, दिलीप कुमार पर केस दर्ज किया गया।