नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ दिए जाने का ऐलान किया। इस पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बाद अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान देने का फैसला केंद्र सरकार का गलत फैसला है। ओवैसी ने कहा कि आडवाणी को भारत रत्न का सम्मान देना इस सम्मान का अपमान है। उन्होंने कहा कि आडवाणी की मौजूदगी में ही अयोध्या में बाबरी का ढांचा ढहाया गया था। जब वे गृह मंत्री थे तब गुजरात में दंगे हुए थे। हम केंद्र सरकार के फैसले को गलत मानते हैं। ओवैसी ने आरोप लगाया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली थी।
Well deserved #BharatRatna for LK Advani. The graves of Indians who lost their lives in violence are nothing but stepping stones. pic.twitter.com/UwtdENrvLf
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 3, 2024
केंद्र सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण फैसला
ओवैसी ने कहा कि आडवाणी की रथ यात्रा जहां-जहां गई थी वहां दंगे हुए ते। ओवैसी ने पोस्ट शेयर कर दंगों में हुई मौतों के आंकड़ों का हवाला भी दिया। ओवैसी ने एक के बाद एक आडवाणी पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यात्रा के दौरान आडवाणी ने मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की। ऐसे में यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है कि केंद्र सरकार उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान दे रही है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लालकृष्ण आडवाणी को सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसले की जानकारी दी थी। इसके बाद से ही विपक्ष की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।