हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के बड़े स्पॉट के रूप में उभर रहा है अयोध्या धाम

पर्यटन से संबंधित 126 प्रोजेक्ट्स ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से धरातल पर उतरने को तैयार

अयोध्या: 22 जनवरी को भगवान श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या धाम को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। बेहतरीन हाईवे, चमचमाती सड़कें, भगवान राम की लीलाओं से पटी वाल पेंटिंग, फसाड लाइटिंग,विक्टोरिया लैंप से सजे प्रवेश द्वार अयोध्या की छवि को और मनमोहक बना रहे हैं। इसी मनमोहक छवि को देखते हुए अयोध्या में व्यापक पैमाने पर उद्यमी आकर्षित हो रहे हैं। खासकर यहां पर्यटन में असीम संभावनाओं के मद्देनजर निवेशकों ने यहां हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में बड़े निवेश के लिए करार किया है। देश के नामचीन होटल अयोध्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले हैं। ऐसे करीब 50 बड़े होटल कंस्ट्रक्शन की प्रक्रिया में हैं। इसके अलावा कई छोटे होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे भी यहां पर अपना निवेश कर रहे हैं। इस लिहाज से अयोध्या धाम होटल इंडस्ट्री के नए स्पॉट के रूप में उभर रहा है।

अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल के अनुसार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अयोधन में पर्यटन को लेकर करीब 18 हजार करोड़ रुपए के 102 इंटेंट साइन किए गए थे। जीआईएस के बाद भी कई उद्यमियों ने अयोध्या में पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए सरकार और जिला प्रशासन के समक्ष अपने प्रस्ताव रखे हैं। इस तरह अयोध्या में अभी पर्यटन से संबंधित तत्काल 126 प्रोजेक्ट्स हैं जो ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से धरातल पर उतरने को तैयार हैं। इन 126 में से 46 प्रोजेक्ट्स वो हैं जिनके लिए एमओयू हो चुके हैं, जबकि 80 प्रोजेक्ट्स नॉन एमओयू से संबंधित हैं। जीबीसी के लिए तैयार इन सभी 126 प्रोजेक्ट्स की कुल कॉस्ट करीब 4 हजार करोड़ रुपए है। इनमें एमओयू और नॉन एमओयू वाले प्रोजेक्ट्स की कॉस्ट 2-2 हजार करोड़ रुपए के करीब है।