लखनऊ: 22 जनवरी को अयोध्या में नव निर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बनकर सामने आएगा। देश भर में इस दिन को लेकर लोग अपने-अपने तरीके से तैयारी कर रहे हैं। वहीं, योगी सरकार ने पूरे प्रदेश में इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए कमर कस ली है। अयोध्या समेत पूरे प्रदेश में 14 जनवरी से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ होने जा रहा है, जिनमें रामकथा, रामलीला, शास्त्रीय संगीत की पूरी श्रृंखला शामिल है। इन कार्यक्रमों के साथ ही 22 जनवरी को पूरे देश में दीपोत्सव मनाए जाने की भी योजना है, जिसमें प्रदेशवासी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और इसे एक पर्व की तरह मनाएं इसके प्रयास किए जा रहे हैं।
हालांकि यह दीपोत्सव दीपावली के पर्व पर अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव से बिल्कुल अलग होगा। इसमें सरयू के तट पर दीप नहीं जलाए जाएंगे, बल्कि प्रदेश के सभी पौराणिक स्थलों के साथ हर घर में दीप जलाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें दीया और तेल सब कुछ प्रदेशवासियों का होगा जो भगवान राम के प्रति उनकी अगाध आस्था को प्रदर्शित करेगा। पीएम मोदी ने इस दीपोत्सव की लौ को ‘राम ज्योति’का नाम दिया था और अब इसी राम ज्योति को प्रदेश के हर घर में प्रज्ज्वलित करने के लिए योगी सरकार ने संकल्प लिया है।