अयोध्या: राम मंदिर में विराजमान होने वाले रामलला की नूतन विग्रह का गंगा गाय के परिवार के दुग्ध से अभिषेक कराया जाएगा। जिसके बाद अनुष्ठान की शुरुआत होगी। हर दिन रामलला को गज और गाय के दर्शन कराए जाएंगे। 22 जनवरी को भी अनुष्ठान के दिन रामलला का गाय के दूध से अभिषेक कराने के बाद भव्य श्रृंगार किया जाएगा और नए वस्त्र धारण कराये जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अनुष्ठान संपन्न हो जाएगा। श्रीराम गोशाला समिति के उपाध्यक्ष शरद शर्मा ने बताया कि अयोध्या में मंदिर आंदोलन के दौरान 1992 में कारसेवकपुरम में श्रीराम गोशाला स्थापित है। उस दौरान एक गंगा नामक गाय पहुंची थी। जिसका परिवार आज भी इस गोशाला में है।
22 जनवरी को उसी परिवार के गाय के दूध से रामलला का अभिषेक किया जाएगा। आज इस गोशाला में इसके साथ ही 60 गाय हैं। जिनका दूध राम मंदिर में पूजन के लिए भेजा जाता है। शेष बचे दूध को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है। जिसमें श्रीराम गोशाला से प्रतिदिन 51 लीटर दूध अनुष्ठान में उपयोग किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरी के मुताबिक अनुष्ठान के लिए वैदिक आचायर्यों को जिम्मेदारी दी गई है। सनातन व हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा को संपन्न कराई जाएगी। जिसमें गाय और गज का दर्शन कराये जाने का भी विधान रखा गया है।