हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए संजीवनी बनेगी अयोध्या

लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर को भी होगा लाभ

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या को विश्व की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बनाना चाहते हैं। उनकी यह सोच देश-दुनिया में श्रीराम की स्वीकार्यता के अनुरूप ही है। इसी अनुसार अयोध्या को सजाने-सवारने का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। अयोध्या के सांस्कृतिक विकास से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को संजीवनी मिलेगी, बड़े पैमाने पर रोजी-रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसका लाभ सिर्फ अयोध्या को ही नहीं, लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर को भी होगा।

पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया पर अयोध्या को सर्च करने वालों की संख्या में करीब एक हजार फीसद वृद्धि हुई है। ये आंकड़े हॉस्पिटैलिटी और इससे जुड़े सेक्टर्स में उम्मीद जगाते हैं। इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का अनुमान है कि आने वाले कुछ वर्षों में अयोध्या, रोज आने वाले पर्यटकों/श्रद्धालुओं के हिसाब से पहले नंबर पर होगी। फिलहाल देश के सबसे संपन्न मंदिरों में शुमार तिरुपति बालाजी इस मामले में पहले पायदान पर है। वहां हर रोज अमूमन 50 हजार पर्यटक/श्रद्धालु आते हैं। किसी खास अवसर या छुट्टियों के दिन यह संख्या एक लाख के करीब पहुंच जाती है।