29 जून से होंगे ‘बाबा अमरनाथ’ के दर्शन, सुरक्षा के होंगे कड़े इंतजाम

Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होने जा रही है. आज सुबह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमरनाथ की ‘प्रथम पूजा’ में वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया. इसी के साथ ही उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “29 जून से देश भर के श्रद्धालु ‘बाबा अमरनाथ’ के दर्शन कर सकेंगे. आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी सुविधाएं जुटा ली गई हैं. सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं.”

बता दें कि शनिवार की सुबह हिंदुओं के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक अमरनाथ गुफा में ‘प्रथम पूजा’ की गई, जिसमें उपराज्यपाल ने वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेकर विधि-विधान से पूजा की. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष तथा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि ”आज वार्षिक श्री अमरनाथ जी यात्रा के औपचारिक शुभारंभ के अवसर पर प्रथम पूजा की गई. बाबा अमरनाथ जी का आशीर्वाद लिया और सभी लोगों के अच्छे स्वास्थ्य, प्रगति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की.”

स्थानीय मुसलमान करते हैं यात्रियों की मदद

उपराज्यपाल ने कहा कि कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर की पवित्र तीर्थयात्रा हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक रही है क्योंकि स्थानीय मुसलमान यात्रियों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में मदद करते हैं. एक अन्य बयान में, उन्होंने कहा, ”जम्मू-कश्मीर की प्राचीन परंपरा रही है कि सभी समुदायों के लोग इस यात्रा में भाग लेते हैं, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो. मैं सभी नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले तीर्थयात्रियों का स्वागत और सेवा करने के लिए एक साथ आएं.”

52 दिन तक चलेगी यात्रा

यात्रियों के लिए एसएएसबी द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं पर बात करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि ”श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड और संबंधित विभागों के अधिकारी तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय कर रहे हैं कि यात्रा सुचारू, सुरक्षित और परेशानी मुक्त हो. हमने श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाओं, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा में उल्लेखनीय वृद्धि की है. इस साल यात्रा 29 जून से शुरू होगी.” बता दें कि अमरनाथ यात्रा 52 दिन तक चलेगी और 19 अगस्त को रक्षाबंधन तथा श्रावणी पूर्णिमा के साथ समाप्त होगी. मालूम हो कि बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हर साल लाखों भक्त यहां पर दर्शन के लिए आते हैं.