बरेली: हर साल की तरह इस बार भी ईद मीलादुन्नबी से एक दिन पहले ऑल इंडिया रज़ा एक्शन कमेटी (आरएसी) की टीमों ने अस्पतालों, दरगाहों सहित शहर के कई इलाक़ों में फल, बिस्कुट व अन्य सामान बांटकर ज़रूरतमंदों को अपनी ख़ुशियों में शामिल करने का पैग़ाम दिया। जुमेरात को ईद मीलादुन्नबी के मौक़े पर परिंदे आज़ाद कर गुनाह और नफ़रत से आज़ादी का पैग़ाम दिया जाएगा।
नबीरा-ए-आला हज़रत व आरएसी के नायब सदर मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने ख्वाजा कुतुब स्थित मुख्यालय “बैतुर्रज़ा” पर टीमों को फलों, बिस्कुटों व अन्य सामान की पेटियां सौंपी। यहां से आरएसी की विभिन्न टीमें ज़िला अस्पताल, दरगाह आला हज़रत, दरगाह शाहदाना वली साहब सहित कई इलाकों में पहुंचीं और मरीज़ों व ज़रूरतमंदों को फल और बिस्कुट वग़ैरह बांटे। इन टीमों में रजब अली साजू राजू बाबा अब्दुल लतीफ कुरैशी हनीफ अजहरी सईद सिब्तैनी मोहम्मद जुनैद मुजफ्फर अली रिज़वान रज़ा मोहम्मद आरिफ शरिक रज़ा मोहम्मद चांद इशाकत अल्वी दानिश खान मोहम्मद रज़ा उस्मान रज़ा अमन रज़ा शामिल रहे।
नबीरा-ए-आला हज़रत मौलाना अदनान रज़ा क़ादरी ने कहा कि पैग़ंबर-ए-इस्लाम तमाम आलमों के लिए रहमत बनकर आए। उनके सदक़े में हमारे सारे ग़म और परेशानियां दूर होती हैं। उन्होंने ही हमें गुनाह और बुराइयों के अंधेरों से आज़ाद होने की सीख दी है। इसीलिए ईद मीलादुन्नबी के मौक़े पर हर साल की तरह इस बार भी परिंदे आज़ाद करके गुनाहों और बुराइयों से नफ़रत का पैग़ाम दिया जाएगा।