योगी सरकार में मिट्टी में मिल गए बड़े-बड़े माफ‍िया, जीरो टॉलरेंस की नीति कारगर

UP News: यूपी में योगी सरकार के 7 साल पूरे हो गए हैं. इन सात वर्षों में योगी सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया. यूपी में योगी सरकार द्वारा माफ‍िया और दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ लिए गए एक्‍शन की देशभर में चर्चा की गई. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इन सात वर्षों में 195 दुर्दांत अपराधी एनकाउंटर में ढेर हो गए.

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने साल 2017 में प्रदेश की सत्‍ता संभालते ही कानून व्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने का जिम्‍मा उठाया. नतीजन पिछले सात वर्षों में यूपी से माफ‍िया गायब हो गए. योगी पुलिस की ताबड़तोड़ एनकाउंटर से अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग गए. कुछ तो मुठभेड़ में ही ढेर हो गए. सीएम योगी ने इन 7 वर्षों में स्‍पष्‍ट कर दिया है कि प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है.

5 हजार से ज्‍यादा अपराधी एनकाउंटर में घायल

जानकारी के मुताबिक, योगी सरकार के 7 साल में प्रदेश में 195 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए. वहीं, 5942 अपराधी एनकाउंटर में घायल हो गए. इसके साथ ही प्रदेश स्तर पर चिन्हित 68 माफिया और उनके गैंग के सदस्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई. माफिया की 3758 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई या ध्वस्त कर दी गई.

348 शस्‍त्र लाइसेंस निरस्‍त किए गए

इसके अलावा माफिया गैंग के 1199 सदस्यों के खिलाफ 713 मुकदमे दर्ज कर 583 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, माफिया गैंग के सदस्यों के 348 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए. 23 माफिया और उनके 42 साथियों के खिलाफ दर्ज 50 मुकदमों में उम्र कैद और जुर्माना तथा 2 को फांसी की सजा कराई गई.