नई दिल्ली: रायसीना डायलॉग के बैनर तले दिल्ली में QUAD के एक थिंक टैंक फोरम की बैठक चल रही है। इसमें भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि QUAD दुनिया को 5 संदेश देता है। इसमें से सबसे अहम मैसेज यह है कि आज के दौर में कोई भी हमारी मर्जी, हमारी इच्छा पर वीटो नहीं लगा सकता।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि QUAD यहां लंबे समय तक रहने वाला है। यह संगठन लगातार आगे बढ़ेगा और वैश्विक विकास में अपना योगदान देगा। इंडो पैसेफिक से जुड़ी हर पहल के केंद्र में आसियान ही है। QUAD कोल्ड वॉर के बाद की सोच को बढ़ावा देता है। यह कुछ देशों के एकतरफा दबदबे के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि QUAD आजाद, खुले और सबको साथ लेकर चलने वाले इंडो-पैसेफिक को बढ़ावा देता है। चार देशों का यह समूह एक मल्टी-पोलर व्यवस्था के विकास का सबूत है। यह लोकतंत्र और सहयोग से काम करने की भावना को बढ़ावा देता है।
ऑस्ट्रेलिया-जापान के विदेश मंत्री का बयान
इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़ीं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि QUAD एक ऐसे क्षेत्र के लिए खड़ा है, जहां किसी को डराया-धमकाया नहीं जाता। यहां हर विवाद को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत निपटाया जाता है। जापान के विदेश मंत्री योको कामीकावा ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि दुनिया इस समय बड़े बदलाव और बंटवारे के दौर से गुजर रही है। ऐसे में आजाद और खुले अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर को बढ़ावा देने की जरूरत है। QUAD इस तरफ एक अहम कदम है।
बता दें कि QUAD 2024 की बैठक नई दिल्ली में होने वाली है। हालांकि, अब तक तारीख की घोषणा नहीं हुई है।
भारत के लिए क्यों जरूरी है QUAD?
माना जाता है कि QUAD रणनीतिक तौर पर चीन के आर्थिक और सैन्य उभार को काउंटर करता है, इसलिए ये गठबंधन भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण बन जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का भारत के साथ लंबे समय से सीमा विवाद रहा है। ऐसे में अगर सीमा पर उसकी आक्रामकता ज्यादा बढ़ती है तो इस कम्युनिस्ट देश को रोकने के लिए भारत QUAD के अन्य देशों की मदद ले सकता है। साथ ही QUAD में अपना कद बढ़ाकर भारत, चीनी मनमानियों पर अंकुश लगाते हुए एशिया में शक्ति संतुलन भी कायम कर सकता है।