नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए मंथन शुरू कर दिया है। मंथन इस बात को लेकर भी हो रहा है कि आम चुनाव 2024 से पहले कैसे जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधा जाए।
पूर्व आप नेता और मशहूर कवि कुमार विश्वास को बीजेपी पार्टी में शामिल किए बिना ही राज्यसभा भेज सकती है। इसके साथ ही मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को बीजेपी राज्यसभा में भेज सकती है। बता दें कि यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होना है।
भाजपा के सात सदस्य ही जा सकते हैं राज्यसभा
10 सीटों पर होने वाले चुनाव में 9 सदस्य भाजपा के हैं, लेकिन इस बार विधानसभा में विधायकों की संख्या के मद्देनजर भाजपा के सात सदस्य ही राज्यसभा पहुंच सकते हैं। राज्यसभा जाने वाले नामों में सबसे ज्यादा महत्व पिछड़े वर्ग को मिल सकता है। ओबीसी समाज से आने वाले दो से तीन नेताओं को राज्यसभा भेजा जा सकता है। वहीं SC बिरादरी से आने वाले एक या दो नेता, जबकि अगड़ी बिरादरी से भी आने वाले एक या दो नेताओं को पार्टी राज्यसभा का टिकट दे सकती है।
यूपी से राज्यसभा जा सकते हैं जेपी नड्डा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्तमान में हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सदस्य हैं, लेकिन उनका भी कार्यकाल समाप्त होने वाला है। हिमाचल प्रदेश में केवल एक सीट पर राज्यसभा का चुनाव होना है।
रेस में दुष्यंत गौतम का भी नाम
उत्तर प्रदेश राज्यसभा के लिए जाने वाले उम्मीदवारों में दूसरा सबसे ज्यादा चर्चा में जो नाम है। उत्तराखंड के प्रभारी दुष्यंत गौतम का है। वह एससी समाज से आते हैं। पार्टी का बड़ा दलित चेहरा है। ऐसे में उन्हें भी BJP यूपी से ही राज्यसभा भेज सकती है।
कुमार विश्वास का नाम
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा जाने वाले नामों में कवि कुमार विश्वास का नाम भी शामिल है। कुछ समय पहले बीजेपी ने उन्हें विधान परिषद भेजने का प्रस्ताव रखा था। हालांकि, तब कुमार विश्वास उस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था।
मुख्तार अब्बास नकवी
राज्यसभा जाने वाले नामों में पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का भी शामिल है। नकवी अल्पसंख्यक समाज से आने वाले हैं। बीजेपी इनको यूपी से राज्यसभा भेज सकती है, जो मुस्लिम समाज के लिए बड़ा संदेश साबित हो सकता है।