लखनऊ: साल 2019 के लोकसभा चुनाव में BJP को उत्तर प्रदेश में 49.98 प्रतिशत मत के साथ 62 सीटों और उसके सहयोगी अपना दल (एस) को 1.21 प्रतिशत मत के साथ दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी. पिछले चुनाव में BJP ने गांधी परिवार के गढ़ माने जाने वाले अमेठी में राहुल गांधी तक को हरा दिया था. बाद में BJP ने लोकसभा उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट सपा से छीन ली. लेकिन उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटें अभी भी विपक्षी दलों के कब्जे में हैं.
BJP इस बार के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के गढ़ मैनपुरी और गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली सहित उत्तर प्रदेश की उन सभी 14 लोकसभा सीटों को भी जीतने की विशेष तैयारी कर रही है जिस पर वर्तमान में विपक्षी दलों का कब्जा है. बता दें की मैनपुरी से अखिलेश यादव ने फिर से अपनी पत्नी डिंपल यादव को ही उम्मीदवार बनाया है, वहीं रायबरेली, जहां से वर्तमान में सोनिया गांधी सांसद हैं, के बारे में कहा जा रहा है कि इस बार वहां से सोनिया गांधी की बजाय प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं.
देश की जनता को एक संदेश देने की कोशिश
वैसे तो BJP पिछले लंबे समय से देशभर में लोकसभा की जिन 160 सीटों को अपने लिए कमजोर मान कर उस पर विशेष तैयारी कर रही है। इनमें मैनपुरी और रायबरेली सहित उत्तर प्रदेश में विपक्षी कब्जे वाली सभी 14 सीटें शामिल हैं लेकिन इस बार BJP अपनी पूरी ताकत मैनपुरी और रायबरेली को जीतने पर लगा रही है ताकि इन दोनों गढ़ को भी ढहाकर देश की जनता को एक संदेश दिया जा सके.
मैनपुरी और रायबरेली पर विशेष फोकस
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में 17-18 फरवरी को होने वाले BJP राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक के बाद पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पहली लिस्ट जारी कर सकती है जिसमें मैनपुरी और रायबरेली सहित उत्तर प्रदेश में विपक्षी कब्जे वाली सभी 14 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम हो सकते हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इन सभी 14 सीटों के लिए कद्दावर और लोकप्रिय चेहरों को चुना जा रहा है. सपा और बसपा के कई नेताओं को तोड़ कर पार्टी इन सीटों से उम्मीदवार बना सकती है. वहीं पार्टी इनपर एक बड़े फिल्मी सितारे को उतारने की तैयारी कर रही है ताकि विपक्षी दिग्गज नेताओं के लिए मुश्किलें खड़ी कर पार्टी के पक्ष में एक माहौल बनाया जा सके.