साइबर ठगों ने कैंसर मरीज को किया डिजिटल अरेस्ट, दाऊद से कनेक्शन बताकर ठग लिए 41 लाख रुपये

आगरा : जिले के एक कैंसर पीड़ित बुजुर्ग को साइबर जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया. इसके बाद 41.68 लाख रुपये की ठगी कर ली. ठगों ने 10 दिनों तक लगातार कॉल कर बुजुर्ग से अलग-अलग खातों में रुपये ट्रांसफर करा लिए. जालसाजों ने बुजुर्ग को उनके खाते में हवाले का पैसा होने और अंडरवर्ल्ड से संबंध होने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया. पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.

शमशाबाद रोड स्थित इंद्रापुरम निवासी 70 वर्षीय राजेंद्र कुमार जैन ने पुलिस को बताया कि मैं वह कैंसर से पीड़ित हैं. उनके मोबाइल पर 11 जनवरी की सुबह एक काॅल आई. फोन करने वाले ने बैंक खाता बंद करने की जानकारी दी. उसने बताया कि मेरे नाम से मुंबई की एक शाखा में खाता खोला गया है. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला और लोगों से साइबर ठगी के करोड़ों रुपये जमा हुए हैं.

बुजुर्ग के अनुसार कॉल करने वाले ने उनकी बात एक अधिकारी से कराई. उसने खुद को साइबर सेल का इंस्पेक्टर वरुण कुमार बताया. कहा कि मेरे संबंध अंडरवर्ल्ड डाॅन दाऊद से हैं. डीसीपी से बात कराई. उसने कहा कि आरबीआई, सीबीआई और साइबर सेल जांच कर रही है. इसके बाद काॅल कट गई.

राजेंद्र कुमार जैन ने बताया कि इसके बाद शाम 5:30 बजे वाट्सएप पर कॉल आई. उस नंबर की डीपी पर मुंबई पुलिस का लोगो लगा था. काॅल करने वाले ने सीबीआई, आरबीआई और साइबर सेल के कई दस्तावेज भेजे. मामले में बच्चों को भी फंसाने की धमकी. कहा कि किसी से बात की तो उन्हें और उनके बच्चों को जेल भिजवा देगा. धमकी की वजह से वह घर से बाहर भी नहीं गए.

पीड़ित राजेंद्र कुमार जैन ने बताया कि 11 जनवरी से 21 जनवरी तक कई-कई बार काॅल करके मुझे धमकाया. मुझसे 99 हजार, 10 लाख, 69 हजार, 20 लाख, छह लाख और चार लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराए. 21 जनवरी को बैंक की शाखा में गया तो धोखाधड़ी का अंदेशा होने पर मैंने अलीगढ़ में सरकारी विभाग में तैनात बेटे से बात की. बेटे ने बैंक खातों से रकम निकासी पर रोक लगवाई. इसके बाद मैंने 22 जनवरी को साइबर क्राइम थाना में शिकायत की.

डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि पीड़ित राजेंद्र कुमार जैन की शिकायत पर जांच के बाद साइबर क्राइम थाना में मुकदमा दर्ज कर लिया है. दिन नंबरों से कॉल आई थी उनकी जानकारी जुटाई जा रही है. लोगों से अपील है कि अनजान नंबर से आए काॅल और रुपये मांगने, धमकाने और जेलन भेजने की धमकी देने वालों से सावधान रहें. ऐसे काॅल तत्काल काट दें. पुलिस, सीबीआई, आरबीआई और साइबर पुलिस किसी को डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है.