Dengue और Malaria के खिलाफ UP Government ने अपनाया Covid Model

जहां मिले डेंगू और मलेरिया के मरीज़, वहां-वहां स्वास्थ्य विभाग करेगा यह काम

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोविड की तर्ज पर डेंगू और मलेरिया रोकने के लिए अभियान शुरू किया गया है। जिस गांव में डेंगू के दो या इससे अधिक मरीज मिलेंगे, वहां बुखार से पीड़ित लोगों की स्क्रीनिंग करके लक्षण वालों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए टीमें गठित की गई हैं। वहीं, पूरे गांव में डेंगू व मलेरिया रोधी अभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया गया है।

वीओ: डेंगू और मलेरिया के मरीजों का शत प्रतिशत पंजीकरण करने के भी निर्देश दिए गए हैं। सरकारी के साथ निजी पैथोलॉजी को भी पोर्टल पर मरीजों की संख्या दर्ज करना अनिवार्य किया गया है। डेंगू के सर्वाधिक 482 मरीज गौतमबुद्धनगर जिले में मिले हैं। गाजियाबाद में 404, लखनऊ में 334, कानपुर नगर में 289, मेरठ में 231, मुरादाबाद में 158, अलीगढ़ में 129 व वाराणसी में 105 मरीज मिले हैं। अन्य जिलों में मरीजों की संख्या 100 से कम है। डेंगू से गौतमबुद्धनगर में तीन और गाजियाबाद व फिरोजाबाद में एक-एक मरीज की मौत हुई है। वहीं, हरदोई में 4,998, बरेली में 1,481, बदायूं में 805, शाहजहांपुर में 309, सीतापुर में 259, पीलीभीत में 189, संभल में 139 और कानपुर देहात में 102 मलेरिया के मरीज मिले हैं।

एंकर: अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस तरह के अभियान से डेंगू और मलेरिया को रोकने में किस तरह से मदद मिलेगी. इसी को जानने के लिए डेली इनसाइडर की टीम राजधानी स्थित सिविल हॉस्पिटल पहुंचीं और चीफ फार्मासिस्ट सुनील यादव से ख़ास बातचीत की.

वीओ: चीफ फार्मासिस्ट सुनील यादव ने बताया कि डेंगू भी कुछ इस तरह की बीमारी है जो तेज़ी से फैलती है. इस तरह के अभियान चलाने से यह फायदा मिलेगा कि हम डेंगू के मच्छरों को सीमित कर देंगे और उस इलाके से बाहर बीमारी नहीं फैलने देंगे.

बाईट: सुनील यादव (चीफ फार्मासिस्ट, सिविल हॉस्पिटल) 00178 (26 सेक से 1.46)

वीओ: वहीं, उन्होंने यह भी बताया कि कोविड की तर्ज पर यह अभियान चलाने का क्या मतलब है. सुनील यादव ने बताया कि इस पूरे अभियान में या फिर कोविड के खिलाफ शुरू की गई जंग में सबसे महत्वपूर्ण था कि हम चेन फार्मेशन के तहत अपना काम करें. इस अभियान को डीपली देखा जाये तो हम पर्टिकुलर उस एरिया में काम करेंगे जहां डेंगू का मरीज पाया गया है…

बाईट: सुनील यादव (चीफ फार्मासिस्ट, सिविल हॉस्पिटल) 00178 ( 2.06 से 3.04)

वीओ: डेंगू और मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी लोगों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. चीफ फार्मासिस्ट ने बताया है कि चिकित्सालय पूरी तरह से तैयार हैं, हमारे पास औषधियों की कमी नहीं हैं. सबसे बड़ी जिम्मेदारी नागरिकों की है, अगर वे सही समय पर इलाज करवाने आते हैं तो सही देखरेख और इलाज से वे बिलकुल स्वस्थ्य हो जायेंगे.

बाईट: सुनील यादव (चीफ फार्मासिस्ट, सिविल हॉस्पिटल) 00178 (3.21 से 4.19)

एंकर: बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए कोविड मॉडल को अपनाया है। मुख्यालय से मरीजों के परिजनों से बातचीत करके स्थिति की जानकारी ली जा रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, चिकित्सा पार्थ सारथी सेन शर्मा का कहना है कि डेंगू, मलेरिया सहित अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों का असर दिख रहा है। मरीजों को चिह्नित करने के साथ ही उनके उपचार की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इसकी रोजाना निगरानी की जा रही है।

लखनऊ से डेली इनसाइडर के लिए अभिषेक पाण्डेय और अनुराग मौर्य की रिपोर्ट…

टिकर्स

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