नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले, दूसरे और तीसरे फेज का मतदान हो चुका है। तीनों फेज में पिछले चुनाव के मुकाबले कम वोटिंग हुई, जबकि चुनाव आयोग ने वोटिंग डेटा भी देर से जारी किए। इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने INDIA अलायंस के नेताओं को चिट्ठी लिखी थी।
चुनाव आयोग ने इसपर आपत्ति जताते हुए खरगे को सोच-समझकर बोलने की नसीहत दी है। चुनाव आयोग ने खरगे से कहा कि उनका बयान निष्पक्ष लोकसभा चुनाव में बाधा डाल सकता है। लिहाजा, उन्हें ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए।
चुनाव आयोग ने कही ये बात
चुनाव आयोग ने मल्लिकार्जुन खरगे को फटकार लगाते हुए कहा कि ऐसे बयानों से निष्पक्ष चुनाव में बाधा आती है। चुनाव आयोग ने कहा, खरगे लोकसभा चुनाव के बीच वोटिंग पर्सेंटेज डेटा को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। ऐसे बयानों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में मतदाताओं की भागीदारी पर भी नेगेटिव असर पड़ सकता है। आयोग ने कहा कि फाइनल वोटिंग डेटा हमेशा वोटिंग के दिन से ज्यादा ही रहता है। 2019 के चुनाव के बाद से हम मेट्रिक्स पर इसे अपडेट कर रहे हैं। हमारे डेटा कलेक्ट करने के तरीके में कोई भी गड़बड़ी नहीं है।
वोटिंग डेटा पर उठाए थे सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को वोटिंग के आंकड़े जारी करने को लेकर विपक्षी दलों के INDIA अलायंस को चिट्ठी लिखी थी। खरगे ने सीधे तौर पर वोटिंग डेटा पर सवाल खड़े किए थे। मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी गठबंधन के नेताओं को लिखी चिट्ठी में दावा किया कि पहले फेज का वोटिंग पर्सेंटेज करीब 5.5% और दूसरे फेज का करीब 5.74% बढ़ा। खरगे ने INDIA अलायंस के नेताओं से अपील की थी कि वो सभी एकजुट होकर वोटिंग डेटा पर सवाल उठाए, क्योंकि उनका मकसद संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करना है।