फतेहपुर: बूथ सशक्तिकरण को धार दे रही भाजपा

संगठन से हटाए जाएंगे निष्क्रिय पदाधिकारी

फतेहपुर: फतेहपुर में सत्तारुढ़ दल भाजपा जिलाध्यक्ष बदलने के साथ ही बूथ सशक्तिकरण पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी तेजी से मंथन कर रहे हैं। ऐसे में सभी पार्टी पदाधिकारियों की सक्रियता देखी जा रही हैं। जो पदाधिकारी निष्क्रिय हैं उन्हें हटाने के साथ ही नए पदाधिकारियों को संगठन से जोड़ा जाएगा। यह जानकारी जिला महामंत्री चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव और जिला मंत्री कुलदीप भदौरिया ने दी।

जिले में 2137 बूथ, 329 सेक्टर और ब्लॉक-निकाय सहित कुल 23 मंडल हैं। इसमें बूथ अध्यक्ष, सेक्टर और मंडल अध्यक्ष की सक्रियता देखी जा रही है। जो भी पदाधिकारी अपने क्षेत्र में सक्रिय नहीं हैं या किसी कारणवश जिला छोड़ चुके हैं। उन्हें संगठन से हटाया जाएगा। जानकारी के अनुसार पदाधिकारियों की सक्रियता उनके क्षेत्र में हुए कार्यक्रमों और अभियानों से परखी जा रही है। जब भी पार्टी के कार्यक्रम हुए हैं तब वहाँ पर हस्ताक्षर रजिस्टर रखवाया जाता था। इसी रजिस्टर से पदाधिकारियों की सक्रियता को परखा जाएगा। जिन पदाधिकारी के हस्ताक्षर रजिस्टर में नहीं होंगे, उनकी सक्रिय संदेहास्पद मानी जाएगी। साथ ही विधानसभा, पंचायत, निकाय और अन्य चुनाव में पदाधिकारियों की भूमिका भी परखी जा रही है।

संदेह के घेरे में 20 प्रतिशत पदाधिकारी

भाजपा में बूथ स्तर से लेकर मंडल तक के पदाधिकारियों को बारीकी से परखा जा रहा है। ऐसे में प्राथमिक स्तर पर करीब 20 प्रतिशत पदाधिकारी निष्क्रिय निकलकर आए हैं। इनमें से अधिकतर जिला से बाहर या फिर अन्य किसी कारण से संगठन को समय नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में इन पदाधिकारियों को उनके पद से हटाया जाएगा। उनके स्थान पर अन्य सक्रिय सदस्यों को अवसर दिया जाएगा।

जिला स्तर पर स्क्रीनिंग

निष्क्रिय पदाधिकारियों की जिला मुख्यालय स्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इस कमेटी में जिला महामंत्री चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव और जिला मंत्री कुलदीप भदौरिया शामिल हैं। जिला मंत्री कुलदीप भदौरिया ने बताया कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सभी बूथ को मजबूत करने का लक्ष्य है। इसी के तहत कार्य किया जा रहा है। तो वहीं महामंत्री चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल 20 प्रतिशत निष्क्रिय पदाधिकारी निकल कर आए हैं। पूरी जाँच के बाद वास्तविक स्थिति पता चलेगी।