FATEHPUR: कारागार बंदियों ने बिना देखे बनाया बापू-शास्त्री का चित्र

तिरंगा ध्वज फहराकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ

FATEHPUR: जिला कारागार में धूमधाम के साथ राष्ट्रपिता महत्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। इस दौरान यहां पर बंदियों के लिए कई प्रतियोगिताओं का अयोजन किया गया। जहां पर बंदियों ने बिना देखे राष्ट्रपिता और शास्त्रीय के चित्र बनाए। साथ ही कैदियों ने भाषण, गीत- संगीत और निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया।

FATEHPUR:

प्रभारी कारागार अधीक्षक एवं कारापाल सुरेश चंद्र ने तिरंगा ध्वज फहराकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद राष्ट्रपिता और शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। तो वहीं प्रभारी जेल अधीक्षक ने सभी महिला और पुरुष बंदियों के साथ सामूहि‍क राष्ट्रगान किया। प्रभारी जेल अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपिता और शास्त्री ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। दोनों ही महान विभूतियों ने देश के लिए स्वर्णिम भविष्य तैयार किया है। आज हमारा देश ऐसे ही महान व्यनक्तियों के पदचिन्हों पर आगे बढ़ रहा है। जेल प्रभारी सुरेश चंद्र ने सभी बंदियों को आतंकवाद और हिंसा का विरोध करने की शपथ दिलाई।

FATEHPUR:

कार्यक्रम के दौरान जेल में निरुद्ध बंदियों ने राष्ट्रपिता और पूर्व प्रधानमंत्री के जीवन पर आयोजित गोष्ठी में भाग लिया। जिसमें बंदियों ने गीत, संगीत के साथ ही निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। इतना ही नहीं बंदियों ने बिना देखे महात्मा गांधी और भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का चित्र बनाया। इस कार्यक्रम के उपरांत कारागार में वृक्षारोपण किया गया। प्रभारी जेल अधीक्षक सुरेश चंद्र ने बताया कि समारोह में उप कारापाल केपी सिंह, माया सिंह, वरिष्ठ सहायक माजिद अली, लेखाकार अनिरुद्ध कुमार सहित कारागार के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।