फतेहपुर: फतेहपुर जिले में दारू पीने के लिए सौ रुपये न देने पर आरोपी अरविंद यादव ने तांत्रिक बालकदास की हत्या कर दी। एसपी उदय शंकर सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी की सूचना के आधार पर हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल बरामद किया गया है।
सुलतानपुर घोस थाना क्षेत्र के सेमौरी गांव के रहने वाले रामदुलारे उर्फ बालकदास तांत्रिक थे। पिछले 24 घंटे पहले उनका शव खागा थाना क्षेत्र स्थित जंगल से बरामद हुआ था। मौके पर पहुंची खागा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए अन्य कार्यवाही शुरू कर दी थी। परिजनों की पहचान और तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज के जांच शुरू हुई। तो वहीं पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने घटनास्थल की पड़ताल करते हुए खुलासे के लिए चार टीमें गठित की। मामले पर सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच, स्थानीय पुलिस सहित सभी टीमें घटना के खुलासे के लिए सक्रिय हो गईं।
पुलिस को सीसीटीवी से बड़ी सहायता मिली। शराब ठेका के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे से बालकदास के बारे में जानकारी मिली। सीसीटीवी फुटेज में बालकदास और आरोपी अरविंद से कहासुनी होते देखी गई। इसी आधार पर आरोपी व्यक्ति के बारे में पुलिस ने गहन पड़ताल की और उसे हाई वे से धर दबोचा। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम अरविंद निवासी मयाराम का पुरवा मजरे पुरइन थाना खागा बताया। एसपी के अनुसार आरोपी ने तांत्रिक बालकदास से शराब पीने के लिए सौ रुपये मांगे थे। लेकिन बालकदास ने सौ रुपये नहीं दिए, जिससे आरोपी नाराज हो गया। अपनी नाराजगी दूर करने के लिए उसने तांत्रिक बालकदास की हत्या करने की योजना बनाई।
जानकारी के अनुसार तांत्रिक जैसे ही कुछ दूर आगे गए, आरोपी अरविंद भी उनके पीछे गया और मौका पाते ही तांत्रिक का कमंडल छीनकर उनके ऊपर हमला कर दिया। सिर में गंभीर चोट लगने से तांत्रिक बालकदास वहीं जमीन पर गिर गए। इस बीच आरोपी वहां से भाग निकला। बाद में खून अधिक निकल जाने के कारण तांत्रिक की मौत हो गई। आरोपी ने गिरफ्तार होने के बाद घटनास्थल से खून लगा कमंडल और कपड़े बरामद कराए हैं।
इस टीम ने किया खुलासा
तांत्रिक की हत्या के खुलासे के लिए चार टीम लगाई गई थी। जिसमें खागा थाना इंस्पेक्टर तेज बहादुर सिंह, सर्विलांस टीम से सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार पटेल, स्वाट टीम से प्रभारी उप निरीक्षक विंध्यवासिनी तिवारी शामिल रहे। साथ ही इस टीम के पुरुष और महिला कॉस्टेबल भी शामिल रहे।