दिसंबर तक जनता के लिए खुल जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे

UP News: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एक हाई लेवल मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने नई एक्सप्रेसवे परियजनाओं की प्रगति और औद्यौगिक और रक्षा गलियारों के विकास की समीक्षा की. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले सात वर्षों में यूपी में सड़क बुनियादी ढांचे में अनोखा प्रगति हुई है. 2017 में, राज्य में केवल दो एक्सप्रेसवे थे, लेकिन आज, यह छह हो चुके हैं. इसके साथी ही प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई लगभग दोगुनी हो गई है. उन्होंने दावा किया कि यूपी अब एक्सप्रेसवे राज्य के रूप में उभर रहा है.

दिसंबर तक जनता के लिए खुल जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे दिसंबर तक पूरा हो जाए और जनता के लिए खुल जाए. इससे देश और दुनिया भर के श्रद्धालुओं को 2025 में प्रयागराज कुंभ की यात्रा के दौरान एक्सप्रेसवे का लाभ मिल सकेगा. इसके अलावा, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, आज़मगढ़ और अम्बेडकर नगर जिलों के लिए कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.

सीएम ने दिए काम में तेजी लाने के आदेश

सीएम योगी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ने की प्रक्रिया में तेजी लाई जानी चाहिए. इसके लिए बजट दे दिया गया है. इस कनेक्शन से बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी में वृद्धि होगी. सीएम योगी ने कहा कि इसके लिए सही से काम करना है. काम की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए इसको पूरा करना है और साथ ही जो समय निर्धारित किया गया है उस समय पर बनाकर तैयार कर देना है. मतलब समयसीमा का पालन करना बहुत जरूरी ही.

राज्य रक्षा उपकरण उत्पादन का केंद्र बन जाएगा”

सीएम ने कहा कि कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक्सप्रेसवे कवरेज का विस्तार करने की जरूरत है. जेवर में विश्व स्तरीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, इसे एक्सप्रेसवे नेटवर्क से जोड़ा जाना चाहिए. गंगा एक्सप्रेसवे से लेकर जेवर एयरपोर्ट तक लिंक एक्सप्रेसवे बनाना उचित रहेगा. उन्होंने कहा, इसी तरह, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से लेकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक एक लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाना चाहिए और एक नया लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद के रास्ते आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ना चाहिए.

सीएम योगी ने कहा कि भारत और दुनिया भर की प्रमुख रक्षा उत्पाद निर्माता कंपनियां उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर में निवेश कर रही हैं, जिससे राज्य रक्षा उपकरण उत्पादन का केंद्र बन जाएगा.