भारतीय नौसेना को मिलेगी और मजबूती, शामिल होंगी आधुनिक तकनीक वाली छह पनडुब्बियां

मेड्रिट: अब भारतीय नौसेना और ज्‍यादा मजबूत होगी, क्‍योंकि वह स्पेन में ‘प्रोजक्ट 75 भारत (पी75आई)’ के तहत अत्याधुनिक उपकरणों का परीक्षण करने जा रही है। स्पेन की एक जहाज निर्माता (शिपयार्ड) कंपनी नवंतिया के अनुसार इस परीक्षण के बाद भारतीय नौसेना छह आधुनिक पनडुब्बियों को अपने बेड़े में शामिल करेगी।

नवंतिया के चेयरमैन रिकार्डो डोमिंगुज गार्सिया बाकुएरो का कहना है कि स्पेन की सरकार और नौसेना पी75आई को लेकर काफी उत्साहित है और हर तरह से इस प्रोजक्ट में भारत की मदद करना चाहती है।  इस योजना के तहत भारत सरकार के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। नवंतिया के प्रमुख ने कहा कि जून के आखिरी सप्ताह से भारतीय नौसेना कार्टाजेना के पोत कारखाने में वायु स्वतंत्र प्रणोदन (एआईपी- Air Independent Propulsion) परीक्षण की शुरुआत करेगी।

परीक्षण के बाद शामिल होंगी छह पनडुब्बिया

रिकार्डो डोमिंगुज ने आगे कहा, इस परीक्षण में उनका साथ लार्सन एंड टर्बो (एल एंड टी) कंपनी देगी। परीक्षण के दौरान भारतीय नौसेना को विश्व स्तर की एआईपी तकनीक की जानकारी दी जाएगी।  आगे बताया गया कि भारतीय नौसेना एआईपी तकनीक से सुसज्जित छह पनडुब्बियों का अधिग्रहण करेगी। इस तकनीक की मदद से पनडुब्बियां लंबे समय तक पानी के भीतर रह सकती हैं। भारतीय नौसेना के पास इससे पहले एआईपी सिस्टम वाली पनडुब्बियां नहीं थीं। लगभग 60 हजार करोड़ की इस परियोजना में एल एंड टी और नवंतिया के साथ जर्मनी की थिसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स और भारत की मझगांव डॉकयार्ड्स लिमिटेड भी शामिल हैं।

नवंतिया ने भारतीय नौसेना की परियोजना के लिए एस-80 पनडुब्बी के डिजायन की पेशकश की है। इनमें से एक पनडुब्बी वर्ष 2024 में स्पेनिश नौसेना में शामिल हो चुकी है। नवंतिया ने दावा किया कि S80 की खास बात यह है कि यह बिना किसी पुनर्निमाण की आवश्यकता के पी75(आई) की तकनीक आवश्यकताओं को आसानी से पूरा करती है।