इजराइल और हमास के बीच एक बार फिर भिड़ंत हो गई है. हमास ने गाजा स्ट्रिप से इजरायल के ऊपर 5000 रॉकेट्स दागने का दावा किया है. हमास के हमले की वजह से आधिकारिक तौर पर एक महिला की मौत हुई है. इजराइल ने भी हमास को चेतावनी देते हुए युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है. इस बात की जानकारी सामने आई है कि हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसपैठ की है और सैनिकों पर गोलियां बरसाईं हैं. फिलस्तीनी चरमपंथियों के संगठन हमास को इजराइल ने भी जवाब दिया है. गाजा स्ट्रिप के पास इजराइली सैनिकों और हमास के लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हो रही है. इजराइल ने गाजा स्ट्रिप पर हमला करना शुरू कर दिया है. ये पहला मौका नहीं है, जब इजराइल और फिलस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास के बीच युद्ध हुआ है. 2021 में भी दोनों के बीच जंग हुई थी. ऐसे में आइए जानते हैं कि इजराइल-फिलस्तीन विवाद क्या है, जिसकी वजह से इस बार हमास और इजराइल भिड़े हैं.
ग्राफिक वीओ: क्या है इजराइल-फलस्तीन विवाद?
वीओ: इजराइल-फिलस्तीन विवाद 100 साल से भी ज्यादा पुराना है. प्रथम विश्व युद्ध में ओटोमन सल्तनत की हार के बाद फिलस्तीन के नाम से पहचाने वाले हिस्से को ब्रिटेन ने अपने नियंत्रण में ले लिया. उस वक्त इजराइल नाम से कोई देश नहीं था. इजरायल से लेकर वेस्ट बैंक तक के इलाके को फिलस्तीनी क्षेत्र के तौर पर जाना जाता था. यहां पर अल्पसंख्यक यहूदी और बहुसंख्यक अरब रहा करते थे. फिलस्तीनी लोग यहीं के रहने वाले अरब थे, जबकि यहूदी लोगों के बाहर से आने की बात होती है. फिलस्तीनी लोगों और यहूदियों के बीच विवाद की शुरुआत तब हुई, जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने ब्रिटेन को कहा कि वह यहूदी लोगों के लिए फिलस्तीन को एक ‘राष्ट्रीय घर’ के तौर पर स्थापित करे. यहूदियों का मानना था कि ये उनके पूर्वजों का घर है. दूसरी ओर फिलस्तीनी अरब यहां पर फिलस्तीन नाम से एक नया देश बनाना चाहते थे. उन्होंने ब्रिटेन के नए देश बनाने के कदम का पुरजोर विरोध किया. इस तरह फिलस्तीन-इजरायल विवाद की शुरुआत होने लगी.
वीओ: ब्यूरो रिपोर्ट…टीम डेली इनसाइडर….