भारतीय मूल के इजराइली सैनिक की गाजा में मौत, जबालिया में गई 195 फिलिस्तीनियों की जान

हमास का सुरक्षा घेरा तोड़ गाजा शहर में घुसी इजराइली सेना

तेल अवीव: इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का गुरुवार (2 नवंबर) को 27वां दिन है। इजराइली सेना हमास को खत्म करने के मकसद से गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन चला रही है। इस दौरान बुधवार को हमास लड़ाकों से लड़ते हुए एक भारतीय मूल के इजराइली सैनिक की मौत हो गई। मारे गए सैनिक का नाम स्टाफ सार्जेंट हलेल सोलोमन बताया जा रहा है।

हलेल इजराइल के डिमोना इलाके से थे। इस जगह में काफी भारतीय मूल के लोग रहते हैं, इसलिए इसे ‘लिटिल इंडिया’ भी कहा जाता है। हलेल की मौत की जानकारी डिमोना के मेयर बेनी बिट्टन ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर दी। वहीं, डिमोना में भारतीय मूल के लोगों ने भी हलेल की मौत पर दु:ख जताते हुए कहा कि उसने इजराइल के अस्तित्व को बचाने के लिए जान दी है।

सुरक्षा का पहला घेरा तोड़ ली गाजा शहर में एंट्री

वहीं, बुधवार को आईडीएफ ने दावा किया कि उन्होंने देर रात हमास का फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस यानी सुरक्षा का पहला घेरा तोड़ दिया और गाजा शहर में एंट्री कर ली। वहीं, गाजा में घुसपैठ के बाद से 16 इजराइली सैनिकों की मौत हुई है। इजराइली सेना ने बताया कि सेना ने फाइटर जेट से किए हमले में हमास के एंटी-टैंक मिसाइल सिस्टम के कमांडर मुहम्मद अत्जर को मार गिराया है।

इसके अलावा इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े जबालिया रिफ्यूजी कैंप पर बुधवार को दूसरा हमला किया। हमास के कंट्रोल वाली गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि इन हमलों में लगभग 195 लोगों की मौत हुई है, जबकि 777 लोग घायल हुए। वहीं, लगभग 120 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।