जम्‍मू-कश्‍मीर: रियासी में हुए आतंकी हमले की जांच कर रही NIA, दहशतगर्दों की तलाश जारी

जम्‍मू: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार (9 जून) शाम को श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई। अब इस मामले की जांच राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। एनआईए की टीम पुलिस की मदद करने और जमीनी हालात का आकलन करने के लिए जम्मू संभाग के जिला रियासी पहुंच गई है। एनआईए की फॉरेंसिक टीम भी जमीनी स्तर से साक्ष्य जुटाने में मदद करने का प्रयास कर रही है।

उधर, रियासी में पुलिस, एसओजी, सीआरपीएफ, सेना के जवानों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। वन क्षेत्र में तलाशी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। रविवार की शाम को रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें एक मासूम बच्चे समेत नौ श्रद्धालुओं की जान चली गई थी, जबकि कई गंभीर घायल हैं।

इलाके में चलाया जा रहा तलाशी अभियान

रियासी आतंकी हमले पर एसएसपी मोहिता शर्मा ने कहा कि कल शाम करीब छह बजे एक यात्री बस शिवखोड़ी से दर्शन करके रियासी की ओर जा रही थी। इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग की। हमले में नौ लोगों की मौत हुई है और 33 लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है।

बता दें कि अमरनाथ यात्रा शुरू होने से ठीक 20 दिन पहले रियासी जिले के प्रसिद्ध शिव धाम शिवखोड़ी से दर्शन कर लौट रहे यात्रियों की बस पर घात लगाकर आतंकियों की ओर से किए गए हमले के बाद बस गहरी खाई में जा गिरी। इस घटना में एक बच्चे समेत नौ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 33 घायल हो गए। सभी मरने वाले व घायल श्रद्धालु उत्तर प्रदेश, दिल्ली व राजस्थान के बताए जाते हैं। घटना में 6-7 यात्रियों को गोलियां लगी हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होनी है।

शिवखोड़ी से कटरा लौट रही थी बस

बताते हैं कि यात्रियों से भरी बस (जेके 02 एई 3485) शिवखोड़ी से कटरा लौट रही थी। बस में 42 यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को लेकर बस सुबह शिवखोड़ी गई थी। दर्शन कर लौटते समय पौनी और शिवखोड़ी के बीच कंडा त्रयाथ इलाके में चंडी मोड़ के पास पहले से घात लगाए आतंकियों ने बस के आगे आकर फायरिंग की। अचानक हुई फायरिंग से चालक ने संतुलन खो दिया और बस लगभग 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। बस के गिरने के दौरान वहां मौजूद अन्य आतंकियों ने पीछे से गोलियां बरसाईं।