Lok Sabha elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले महागठबंधन में शामिल शामिल कांग्रेस अपने सहयोगी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को झटके पर झटका देने में लगी है। मध्य प्रदेश में धोखा देने के बाद कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश में सपा के नेताओं को तोड़कर पार्टी को कमजोर कर रही है। लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के दिग्गज नेता रवि प्रकाश वर्मा (Ravi Prakash Varma) कांग्रेस ने तोड़कर सपा को तगड़ा झटका दिया है। वहीं सपा से नाता तोड़ने पर लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के दिग्गज नेता रवि प्रकाश वर्मा (Ravi Prakash Varma) का दर्द छलका है। उन्होंने सपा का दामन छोड़कर कांग्रेस (Congress) का हाथ पकड़ने की वजह भी बताई। सपा के पूर्व महासचिव ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने पार्टी का गठन गरीबों को इंसाफ दिलाने के लिए किया था। सपा संरक्षक मुलायम सिंह ने गांव-गांव स्तर पर पार्टी का विस्तार किया था। जनता का अपार समर्थन मिलने के बाद सपा की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि लोगों को आज भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से बहुत उम्मीदें है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में पार्टी में नए लोगों की एंट्री ने सपा की नीतियों को हाशिए पर ला दिया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नए लोगों की मंशा अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी बनने की रहती है। इन लोगों के पास न तो कोई नीति है और न ही पार्टी के विस्तार की नियत। ये वो लोग हैं, जिन्होंने कभी भी ग्रामीण स्तर पर पार्टी का भला नहीं सोचा। इतना ही नहीं अखिलेश यादव के करीबी नए लोगों ने ग्रामीण पोलिंग बूथों पर कभी काम भी नहीं किया। रवि प्रकाश वर्मा का कहना है कि उन्होंने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को आगाह करने की कोशिश की थी। लेकिन उन्होंने इस बात पर कोई गौर नहीं किया। उन्होंने अखिलेश यादव से बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि बिना बूथ जीते मुख्यमंत्री नहीं बना जा सकता। अखिलेश यादव को नए लोगों को जिम्मेदारी देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। समा में अब नेताओं, भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों का गठजोड़ बन गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव महंगा होने की वजह से सभी का ध्यान पैसा कमाने की तरफ है। जनता से जुड़े मुद्दे अब केवल चुनावी हो गए है, गरीबों के मुद्दों को उठाने का किसी के पास समय नहीं है।
कांग्रेस में शामिल होने की बताई वजह
उन्होंने अखिलेश यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी में वरिष्ठ नेताओं के सुझाव को कोई तरजीह नहीं दी जाती। रवि प्रकाश वर्मा ने कहा कि लगातार सपा को मिल रही असफलता के बावजूद पार्टी हार की वजहों का पता लगाने की कोशिश भी नहीं करती। सपा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम और सम्मेलन भी लंबे समय से नहीं हो रहा है। सपा की ताजा स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में शामिल होने के बाद नए लोग रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं। जिसके चलते पार्टी में अनुशासनहीनता बढ़ती जा रही है। रवि प्रकाश वर्मा ने कहा कि सपा में अपमानजनक परिस्थितियों को देख मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। इसके साथ ही उन्होंने 6 नवंबर को कांग्रेस में शामिल होने की पुष्टि भी की है।