7 चरणों में होंगे लोकसभा चुनाव, विपक्ष ने खड़े किए सवाल

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने शनिवार को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. देश में 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में चुनाव होंगे. वहीं 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे. कुल मिलाकर देश में 46 दिनों तक चुनावी प्रक्रिया चलेगी. ऐसे में चुनाव के लंबे शेड्यूल को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाए हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल उठाते हुए कहा कि मैंने 12 इलेक्शन लड़े. कोई भी चुनाव 46 दिनों तक नहीं चला. कभी-कभी तो चुनाव एक फेज में ही पूरा हो गया. 70-80 दिन तक आचार संहिता लगाना गलत है. इससे देश का विकास रुक जाएगा. इस दौरान उन्होंने पीएम पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 7 फेज में चुनाव इसलिए कराए जा रहे हैं क्योंकि मोदी को पूरे देश में घूमना है. ऐसे में उनको प्रचार के लिए ज्यादा मौका मिलेगा.

लंबी जेब वाली पार्टी को फायदा होगा- टीएमसी

वहीं टीएमसी की सरकार में वित्त मंत्री चंद्रिका भट्टाचार्य ने कहा कि 7 चरणों तक चुनाव को खींचने से बड़ी जेब वाली पार्टी को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि बंगाल में एक-दो फेज में चुनाव हो जाए. इतने ज्यादा चरणों से लंबी जेब वाली पार्टी को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव भी 8 फेज में हुए थे.

शिवसेना यूबीटी ने कहा कि पीएम मोदी की सीट वाराणसी में आखिरी फेज में चुनाव होंगे. ऐसे में पार्टी प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि वाराणसी में 1 जून को चुनाव होंगे. मोदी पूरे देश में प्रचार के बाद वाराणसी में जाएंगे. ऐसे में उनको प्रचार के लिए समय मिल जाएगा.