सपा से बागी हुए मनोज पांडेय करेंगे राम मंदिर का दर्शन

रायबरेली: 2024 लोकसभा चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा गरमाया है। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राम मंदिर का दर्शन किया था। इसमें विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक भी दिखे थे। लेकिन, अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी विधायकों के राम मंदिर दर्शन के लिए न जाने की बात कही थी। इस पर कई विधायकों की नाराजगी आई थी। राज्यसभा चुनाव के बाद पार्टी के विधायकों का बागी रुख सामने आ गया है। सपा के वरिष्ठ नेता मनोज पांडेय बागी हो चुके हैं। अब उन्होंने राम मंदिर जाने का फैसला कर प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है। सपा अध्यक्ष राम मंदिर दर्शन के मुद्दे पर साफ कर चुके हैं कि अभी वे दर्शन करने नहीं जाएंगे। ऐसे में मनोज पांडेय के फैसले को अखिलेश यादव के निर्णय को फिर चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।

राज्यसभा चुनाव के दिन रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडेय ने बागी रुख अपना लिया। उन्होंने सबसे पहले पार्टी के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने भाजपा के आठवें उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में वोटिंग की। इस चुनाव में संजय सेठ प्रथम वरीयता के 29 वोटों को हासिल कर जीत दर्ज करने में कामयाब हुए। सपा के तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन महज 19 वोट पा सके। इससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

मनोज पांडेय ने दिया संकेत

मनोज पांडेय ने गुरुवार को अयोध्या जाने की घोषणा कर बड़ा संकेत दे दिया है। उन्होंने पहले भी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के राम मंदिर और रामचरितमानस पर विवादित बयानों का विरोध किया था। अब राम मंदिर दर्शन के मुद्दे पर वे अपना पक्ष साफ कर चुके हैं। यह पार्टी लाइन के खिलाफ का मामला दिख रहा है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मनोज पांडेय ने कहा है कि एक जाति और धर्म के लोगों के लगातार अपमान करने का अधिकार किसी को नहीं है। समाजवादी पार्टी में हिंदू देवी- देवताओं को लेकर की गई टिप्पणियों का मामला उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह मनोज पांडेय को बर्दाश्त नहीं है। इससे मैं आहत हुआ हूं।