लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का चयन करने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव को घेरा है। उन्होंने पूर्व सीएम पर पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, अखिलेश यादव ने रविवार को सपा मुख्यालय में एक बैठक के बाद सिद्धार्थनगर जिले के इटवा विधानसभा क्षेत्र से सातवीं बार विधायक चुने गए माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र भेजा। इसी को लेकर मायावती ने अखिलेश पर निशाना साधा है।
पीडीए को गुमराह करने का आरोप
मंगलवार को बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा-सपा मुखिया ने लोकसभा आम चुनाव में, खासकर संविधान बचाने की आड़ में यहां पीडीए (पिछडे, दलित, अल्पसंख्यकों) को गुमराह किया और उनका वोट ले लिया, लेकिन उप्र विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता बनाने में जो इन समुदायों की उपेक्षा की गई, यह भी सोचने की बात है।
2. जबकि सपा में एक जाति विशेष को छोड़कर बाकी PDA के लिए कोई जगह नहीं। ब्राह्मण समाज की तो कतई नहीं क्योंकि सपा व भाजपा सरकार में जो इनका उत्पीड़न व उपेक्षा हुई है वह किसी से छिपा नहीं। वास्तव में इनका विकास एवं उत्थान केवल BSP सरकार में ही हुआ। अतः ये लोग ज़रूर सावधान रहें। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 29, 2024
मायावती ने सिलसिलेवार पोस्ट में कहा- सपा में एक जाति विशेष को छोड़कर बाकी पीडीए के लिए कोई जगह नहीं। ब्राह्मण समाज की तो कतई नहीं, क्योंकि सपा व भाजपा सरकार में जो इनका उत्पीड़न व उपेक्षा हुई है वह किसी से छिपा नहीं। वास्तव में इनका विकास एवं उत्थान केवल बसपा सरकार में ही हुआ। अतः ये लोग ज़रूर सावधान रहें।