कुकरैल नदी को विकसित करने व वृक्षारोपण के संबंध में बैठक, मंडलायुक्त ने दिए अहम निर्देश

लखनऊ: वृक्षारोपण महाअभियान वर्ष 2024 के क्रम में  मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब की अध्यक्षता में गुरुवार (27जून) को कुकरैल नदी को विकसित करने व पौधारोपण के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन आयुक्त सभागार कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी, डीएफओ व सिंचाई विभाग सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त के समक्ष कुकरैल नदी को विकसित करने व वृक्षारोपण को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए डीपीआर का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कहा कि कुकरेल नदी के किनारे असन,जामुन, पनिया, अर्जुन, केन आदि विभिन्न पौधों को लगाया जाए, जिससे वर्षा ऋतु के दौरान जल भराव होने पर भी यह सभी पौधे सरवाइव कर सके। पंचवटी एवं औषधि वाटिका भी विकसित किया जाए। मलबे निकालने के बाद पीएच वैल्यू लेते हुए जरूरत के हिसाब से पौधा रोपण करें। कुकरेल नदी के किनारे अयोध्या रोड पर सौमित्र वन एवं शक्ति वन विकसित किया जाएगा।

वृक्षारोपण सुनिश्चत कराने के दिए निर्देश

बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने बताया कि कुकरैल नदी के 4:30 किलोमीटर की दूरी तक लखनऊ विकास प्राधिकरण, नगर निगम व सिंचाई विभाग आदि विभिन्न विभागों द्वारा पद्वति बनाते हुए संयुक्त रूप से वृहद स्तर पर पौधारोपण कराया जाना सुनिश्चित किया जाना है। जनपद के अंतर्गत वृक्षारोपण हेतु जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजन किया जाए। शासन की मंशानुरूप रिवर साइट पर पौधारोपण प्राथमिकता के आधार पर कराया जाना है। डीएफओ अच्छे गुणवत्ता के पौधे संबंधित विभागों को उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि संबंधित समस्त विभाग ससमय गड्ढा खुदाई करने के बाद वृक्षारोपण कराया जाना सुनिश्चित करें।

डॉ. रोशन जैकब ने जिले के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा की आज वन क्षेत्र कम होता जा रहा है, अतः हम सभी को वृक्षारोपण में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाए जाने के साथ ही साथ उनको सुरक्षित रखने की भी उतनी ही आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए तथा अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे लगाना बहुत जरूरी है।